
मथुरा के गोवर्धन क्षेत्र के मंडोरा गांव की पंचायत का एक तुगलकी फैसला चर्चा का विषय बना हुआ है. इसके तहत लड़कियों के घर से बाहर खुले में फोन पर बात करने पर रोक लगा दी गई है. अगर कोई लड़की गांव के रास्ते में फोन पर बात करती मिली, तो उस पर 21 हजार रुपये जुर्माना लगेगा. बता दें कि मंडोरा मुस्लिम बहुल गांव है.
गांव की पंचायत में और भी कई बड़े फैसले लिए गए. जुआ, शराब और गोकशी की रोकथाम के लिए अलग-अलग जुर्माने का एलान किया गया. पंचायत के मुताबिक गांव के लोगों को बुराइयों से दूर रखने और गैर कानूनी कामों की वजह से हो रही बदनामी से बचाने के लिए इस तरह का कदम उठाया गया है.
क्षेत्र में कुछ ऐसी घटनाएं भी हुईं, जिनमें कुछ स्थानीय लोगों ने नकली सोने की ईंट का झांसा देकर बाहर के लोगों के साथ ठगी की. स्थानीय भाषा में इस तरह की धोखाधड़ी को टटलू काटना कहते हैं. पंचायत के मुताबिक जो भी ऐसी धोखाधड़ी में लिप्त होगा, उस पर 1 लाख 11 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा.
गांव के पूर्व प्रधान गफ्फार ने बताया कि अगर गांव में कोई गोकशी करता है, तो उस पर 2 लाख 51 हजार रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा. इसमें से 51 हजार रुपये उस व्यक्ति को दिए जाएंगे, जो इसकी सूचना देगा. बाकी दो लाख रुपए पंचायत में जमा कराए जाएंगे. पूर्व प्रधान ने यह भी बताया कि जो भी दोषी होंगे, जुर्माना वसूलने के बाद उन्हें पुलिस प्रशासन को सौंप दिया जाएगा, ताकि उन पर कानूनी कार्रवाई हो सके.
पंचायत के फैसलों में लड़कियों के मोबाइल पर बात करने पर पाबंदी को लेकर गांव के पूर्व प्रधान ने अजीब तर्क दिया. पूर्व प्रधान का कहना था कि कई बार लड़कियों का मोबाइल इस्तेमाल करना ही उनके परिवारों के लिए बदनामी की वजह बन जाता है. आज जब हर क्षेत्र में लड़कियों और लड़कों की बराबरी पर जोर है, वहां लड़कियों के मोबाइल से बात करने पर रोक लगाना हैरान करने वाला है. सवाल यह भी उठता है कि लड़कियों के मोबाइल पर बात करने पर रोक तो लड़कों को इसकी छूट क्यों?