
बिहार के पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने आगामी चुनाव के मद्देनजर आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद के सामने एक नई शर्त रख दी है. मांझी ने कहा है कि अगर लालू उनसे बात करना चाहते हैं, तो पहले वे नीतीश से गठबंधन तोड़ें.
बिहार में विधानसभा का चुनाव सितंबर-अक्टूबर में होने की संभावना है. ऐसे में सियासी समीकरण बनाने की कवायद तेज है. लालू प्रसाद पहले से ही जीतनराम मांझी को गठबंधन में शामिल करने के पक्ष में रहे हैं. इन्हीं बातों के मद्देनजर मांझी ने लालू को सधा हुआ जवाब दिया है.
'दलित हूं, इसलिए मुझ पर हो रहे हमले'
जीतनराम मांझी ने आम-लीची विवाद पर कहा कि वे दलित हैं, इसलिए उन पर लगातार हमले किए जा रहे हैं. मांझी ने कहा, 'क्या यह भी कोई मुद्दा है? इससे नीतीश की बीमार मानसिकता का पता चलता है. अगर मैं इस आवास में रह रहा हूं, यहां के फलों पर मेरा अधिकार है.'
क्या है आम-लीचियों का मामला...
दरअसल, पटना के 1 अणे मार्ग स्थित सीएम निवास को जीतनराम मांझी ने अभी तक खाली नहीं किया है. सीएम आवास में आम और लीची के कई पेड़ हैं, साथ ही कई सब्जियां भी बोई गई हैं. अब सीएम नीतीश कुमार ने यहां पुलिसकर्मियों की फौज तैनात कर दी है, ताकि मांझी का परिवार फल-सब्जियां न तोड़ सके.
कुल मिलाकर इस काम में 8 सब-इंस्पेक्टर और 16 कॉन्स्टेबल लगाए गए हैं. बहरहाल, मामला सामने आने के बाद इस मसले पर भी सियासत हो रही है.