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IIT बॉम्बे का सख्त नियम, देश विरोधी या समाज विरोधी गतिविधियों से दूर रहें छात्र

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT), बॉम्बे ने छात्रों के लिए सख्त नियम बना दिए है. उनके लिए फरमान जारी किया है कि छात्र देश विरोधी गतिविधियों में हिस्सा नहीं लेंगे.

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सौरभ वक्तानिया
  • नई दिल्ली,
  • 29 जनवरी 2020,
  • अपडेटेड 5:28 PM IST

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT),  बॉम्बे ने अपने छात्रों को आगाह किया है कि वो किसी भी देश विरोधी गतिविधि में हिस्सा नहीं लें. दिल्ली में JNU और जामिया की घटनाओं के बाद IIT बॉम्बे में भी कुछ छात्रों और शिक्षकों ने CAA के विरोध में प्रदर्शन किया था और कैंडल मार्च निकाला था.

प्रबंधन की ओर से सभी छात्रों को मेल के जरिए चिट्ठी भेजी गई है. इंडिया टुडे के पास इसकी प्रति मौजूद है. चिट्ठी में कहा गया है कि छात्रों को ऐसी देश विरोधी गतिविधियों में हिस्सा नहीं लेना चाहिए. लेकिन ये साफ नहीं किया गया कि देश विरोधी गतिविधियों की परिभाषा क्या है?

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ये मेल 28 जनवरी को भेजा गया. इसमें हॉस्टल के नियमों को दोहराने के साथ उनका सख्ती से पालन करने के लिए कहा गया है. चिट्ठी के 10 नंबर बिंदु पर छात्रों से किसी भी देश विरोधी, समाज विरोधी या अन्य अवांछित गतिविधियों में हिस्सा नहीं लेने के लिए कहा गया है. इससे पहले संस्थान के डायरेक्टर ने ओपन हाउस स्पीच में छात्रों से IIT परिसर में ऐसे विरोध प्रदर्शन नहीं करने के लिए कहा था.

डायरेक्टर ने छात्रों से कहा कि वो अपने राजनीतिक बयानों को कैम्पस से बाहर ही रखें. साथ ही ऐसे बयान देते वक्त किसी भी सूरत में संस्थान के नाम का इस्तेमाल नहीं करें. डायरेक्टर ने यह भी साफ किया कि इंस्टीट्यूट सरकार की पब्लिक फंडिंग से चलता है. उन्होंने कहा कि संस्थान अराजनीतिक है और ये ना किसी के खिलाफ और ना ही किसी के समर्थन में हो सकता है.

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बता दें कि गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर IIT बॉम्बे में रहने वाले 1000 से ज्यादा लोगों ने डायरेक्टर की ओर से संस्थान के परिसर के गैर राजनीतिकरण के आह्वान के समर्थन में रैली निकाली थी. इसमें छात्रों ने हाथों में तिरंगा लिया हुआ था. रैली का मकसद ये दिखाना था कि कैम्पस अराजनीतिक है. 

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चिट्ठी में ये भी स्पष्ट नहीं है कि समाज विरोधी गतिविधियां कौन सी होती हैं. चिट्ठी के अन्य बिंदुओं में छात्रों से हॉस्टल में पोस्टर लगाने और इश्तिहार बांटने से भी दूर रहने के लिए कहा गया है. अगर ऐसा करना है तो इसके लिए पहले हॉस्टल काउंसिल या DoSA ( छात्र मामलों के डीन) से अनुमति लेना जरूरी होगा. परिसर की शांति को भंग करने वाली भाषण, नाटक, संगीत या अन्य किसी भी गतिविधि की संस्थान में इजाजत नहीं होगी. चिट्ठी में परिसर की दीवारों, दरवाजों, खिड़कियों पर कुछ भी लिखने या पेंट करने पर रोक रहेगी. साथ ही धूम्रपान और शराब पीने या साथ रखने पर सख्ती से पाबंदी रहेगी. बाहर से शराब पीकर आने पर परिसर में घुसने की इजाजत नहीं होगी.

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