
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में अभी तक 421 सीटें खाली पड़ी हैं. जिनमें से एक आईआईटी भुवनेश्वर में भी है. जहां सीटें खाली हैं उनमें आईआईटी खड़गपुर, आईआईटी वाराणसी, आईएसएम धनबाद और आईआइटी तिरुपति मुख्य हैं.
इस बारे में जानकारी देते हुए ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन-एडवांस के एक अधिकारी ने कहा, 'चूंकि हमने छात्रों को परमशिन दी है कि वे छठे राउंड तक अपने एडमिशन वापस ले सकते हैं, इसीलिए कई सीटें अब तक खाली हैं. अभी दो राउंड और बचे हैं और हम उम्मीद करते हैं कि इस साल कोई सीट खाली नहीं रहेंगी.'
JEE Advanced 2017: SC ने हटाया स्टे, IITs, NITs में एडमिशन को मिली हरी झंडी
गौरतलब है कि ये तीसरा साल है जब ज्वाइंट सीट एलोकेशन अथॉरिटी यानी JoSAA, इस बार भी IIT, NIT, IIIT और अन्य सरकारी फंडिड टेक्निकल इंस्टीटयूट्स में एडमिशन प्रक्रिया करा रहा है.
IIT Kanpur ने 60 छात्रों को निकाला, वजह जानकर होगी हैरानी
गौरतलब है कि इस साल सीट एलॉटमेंट के 7 राउंड होने हैं. पिछले साल इसके लिए 6 राउंड हुए थे और करीबन 76 सीटें खाली रह गई थीं. अब अधिकारी कह रहे हैं कि सातवें और अंतिम राउंड के बाद छात्र अपना एडमिशन विदड्रॉ नहीं कर सकेंगे. जिससे कोई सीट खाली नहीं बचेगी. बता दें कि IIT, NIT, IIIT और GFTI के देश भर में 97 इंस्टीट्यूट हैं और इसकी 36,208 सीटे हैं. जिनमें से आईआईटी में 10,988 सीटें हैं.