
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मद्रास (IIT-M) में पढ़ने वाले जर्मनी के एक छात्र को भारत छोड़ने के लिए कहा गया है. इस छात्र का नाम जैकब लिंडेथल है. जैकब ने चेन्नई छोड़ दिया है और जर्मनी लौटने के लिए फ्लाइट पकड़ने को दिल्ली रवाना हो गया है.
इस छात्र ने 16 दिसंबर को IIT परिसर में CAA और NRC का विरोध प्रदर्शन करने के लिए निकाले गए छात्रों के मार्च में हिस्सा लिया था. ये छात्र जामिया मिल्लिया और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में छात्रों पर पुलिस की कार्रवाई का भी विरोध कर रहे थे.
विरोध प्रदर्शन में था जैकब
16 दिसंबर को IIT परिसर में गजेंद्र सर्किल से हिमालय ब्लॉक तक निकाले गए मार्च में जैकब को हाथ में तख्ती लिए देखा गया था, जिस पर लिखा था- 1933-1945 हम वहां थे. शहर के चेपॉक में 16 दिसंबर की शाम को भी विरोध प्रदर्शन हुआ था, वहां जैकब के हाथ में जो तख्ती थी, उस पर लिखा था- वर्दीधारी अपराधी=अपराधी.
जैकब IIT मद्रास के भौतिकी विभाग का छात्र है. प्रदर्शन वाले दिन इंडिया टुडे ने जैकब से बात की थी, तो उसने कहा था- मैं यहां एकजुटता दिखाने और मानवाधिकारों के लिए आया हूं.
23 दिसंबर को फॉरनर्स रीजनल रजिस्ट्रेशन ऑफिस ने जैकब को देश छोड़ने के लिए कहा. जैकब के साथ प्रदर्शन में मौजूद रहे एक छात्र ने नाम नहीं खोलने की शर्त पर बताया, 'जो हमने सुना है वो ये है कि इमिग्रेशन डिपार्टमेंट के अधिकारी उसके संपर्क में थे और उसे देश छोड़ने के लिए कहा गया. उससे कहा गया कि वीजा शर्तों के मुताबिक वो राजनीतिक प्रदर्शनों में हिस्सा नहीं ले सकता है.'
छात्र ने बताया कि उसने (जैकब) जैसे ही निर्देश आए वैसे ही जल्दी से जल्दी लौटने का फैसला किया, क्योंकि 25 दिसंबर को क्रिसमस है.
देश छोड़ने के लिए कहा गया
स्टूडेंट फेसबुक पेज 'चिंता बार' ने जैकब के साथ एकजुटता दिखाई है और उसका प्रदर्शन में साथ देने के लिए शुक्रिया जताया है. पेज पर लिखा गया है- ये हमारे नोटिस में आया है कि जैकब (जो कि एमएस एक्सचेंज के तहत आईआईटी मद्रास के भौतिकी विभाग का छात्र है) को इमिग्रेशन डिपार्टमेंट ने CAA विरोधी प्रदर्शन में हिस्सा लेने की वजह से देश छोड़ने के लिए कहा है.
इंडिया टुडे ने इस संबंध में IIT-M से प्रतिक्रिया जानने के लिए संपर्क की कोशिश की. इस संबंध में जवाब का इंतजार है.