
आईआईटी मद्रास में एक छात्र संगठन की मान्यता खत्म करने को लेकर स्मृति ईरानी और राहुल गांधी के बीच ट्विटर वार शुरू हो गई है. स्मृति ने राहुल गांधी को अमेठी में बहस करने के लिए ललकारा है. स्मृति ने ट्वीट करके पूछा- 'जगह और वक्त बताएं मैं हर मुद्दे पर बहस को तैयार हूं.' इसके अलावा स्मृति ने उनके घर के बाहर प्रदर्शन करने वालों को कांग्रेसी गुंडा बताया.
राहुल गांधी ने कहा कि मान्यता समाप्त किए जाने का उद्देश्य विरोध को दबाना है और वह इस तरह के प्रयासों के खिलाफ संघर्ष करेंगे. ईरानी ने पलटवार करते हुए उन्हें शिक्षा सहित शासन के मुद्दों पर बहस करने की चुनौती दी और उनपर एनएसयूआई के पीछे छिपकर अपनी लड़ाई लड़ने का आरोप लगाया.
असम में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने आईआईटी की कार्रवाई का समर्थन करते हुए कहा कि संस्थान ने साफ-साफ कह दिया था कि छात्र संगठन ने कुछ प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया और इसे पता था कि नियमों का उल्लंघन करने को लेकर डीन इसकी मान्यता खत्म करेंगे.
दिल्ली में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, 'मुक्त अभिव्यक्ति हमारा अधिकार है. हम असहमति और बहस को कुचलने की किसी भी कोशिश के खिलाफ लड़ेंगे.' राहुल के कार्यालय के ट्वीट के मुताबिक उन्होंने कहा, 'मोदी सरकार की आलोचना करने को लेकर आईआईटी छात्र संगठन को प्रतिबंधित कर दिया गया. आगे क्या होगा?.'
इसका जवाब देते हुए ईरानी ने ट्विटर पर अपनी टिप्पणियों में कहा, 'अगली बार अपनी लड़ाई खुद लड़े, एनएसयूआई के पीछे न छिपें और वैसे भी मैं जल्द अमेठी लौट रही हूं. वहां आपसे मिलूंगी.' ईरानी ने राहुल को चुनौती देते हुए कहा, 'मुझे समय और स्थान बताइए. मैं शिक्षा सहित शासन के हर पहलू पर बात करने को तैयार हूं.'
उन्होंने कहा, 'अपने लोगों से कहें, लोकसभा चुनावों के समय मुझे डराने धमकाने की कोशिशें अमेठी में की गईं, लेकिन मुझे डरा नहीं सके. वे अब मुझे नहीं डरा सकते.'
इस मुद्दे पर दिल्ली में ईरानी के आधिकारिक आवास के बाहर सैकड़ों की संख्या में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने आज प्रदर्शन किया. कांग्रेस छात्र शाखा के प्रदर्शनकारियों ने सरकार विरोधी नारे लगाए और छात्र संगठन के खिलाफ हुई कार्रवाई के पीछे एचआरडी मंत्रालय का हाथ होने का आरोप लगाया.
वहीं, प्रतिष्ठित संस्थान के एक वरिष्ठ अधिकारी ने चेन्नई में संवाददाताओं को बताया कि अंबेडकर-पेरियार स्टडी सर्कल (एपीएसएस) ने आईआईटी-मद्रास के निर्धारित दिशानिर्देशों का उल्लंघन किया है. कार्यवाहक निदेशक प्रोफेसर राममूर्ति ने बताया, 'लागू दिशा-निर्देश के मुताबिक, छात्र संगठन अपनी गतिविधियों के प्रचार के लिए या आधिकारिक इजाजत के बगैर समर्थन जुटाने के लिए आईआईटी मद्रास या इसी अधिकारिक संस्थाओं का इस्तेमाल नहीं कर सकता है.'
उन्होंने बताया, 'इस संगठन ने अपनी बैठक का आयोजन करते हुए दिशा-निर्देशों का उल्लंघन किया है.' उन्होंने बताया कि इसके चलते संगठन की मान्यता अस्थायी रूप से खत्म की गई है.