
जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने राज्य के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला को हिरासत में रखे जाने का कड़ा विरोध किया. उन्होंने कहा कि अब्दुल्ला के पिता ने टू-नेशन थ्योरी का विरोध किया और केंद्र सरकार ने उन्हें ही हिरासत में रखा हुआ है. इल्तिजा की मां महबूबा मुफ्ती को भी पब्लिक सेफ्टी एक्ट (पीएसए) के तहत हिरासत में रखा गया है.
इल्तिजा इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में बोल रही थीं. इंडिया टुडे के कंसल्टिंग एडिटर राजदीप सरदेसाई के साथ The Sound of Silence: How can hearts be won in kashmir? सेशन में उन्होंने कई मामलों पर तीखी प्रतिक्रिया दी.
उन्होंने कहा कि पिछले साल अटल बिहारी वाजपेयी की याद में एक फंक्शन हुआ था, जिसमें उन्होंने (अब्दुल्ला) जय हिंद के नारे लगाए थे, जिसके बाद उन पर मस्जिद में भीड़ हमला करने वाली थी. सरकार ने उनके साथ क्या किया. वह इतने बुजुर्ग हैं, बीमार हैं. जब कहा गया कि यह दिलचस्प है कि मुफ्ती और अब्दुल्ला साथ-साथ हैं तो इल्तिजा ने कहा कि मैं पहले इंसान हूं, फिर मुफ्ती और उसके बाद कश्मीरी. इल्तिजा ने कहा कि आप हिंदू, मुस्लिम हो सकते हैं, लेकिन पहले अच्छा इंसान बनना जरूरी है.
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में इल्तिजा ने मोदी सरकार को जमकर घेरा. उन्होंने कहा कि कश्मीरियों को पत्थरबाज और आतंकी समझा जाता है. उन्हें जबरदस्ती दो महीनों से दुनिया भर से अलग-थलग कर दिया गया है. सरकार को अनुच्छेद 370 पर फैसला वापस लेना चाहिए.
इल्तिजा ने कहा कि कश्मीर के लोग राष्ट्रीय स्तर पर सिर्फ अटल बिहारी वाजपेयी की इज्जत करते हैं. उन्होंने कश्मीरियों को समझा. मोदी सरकार के पास एक रोडमैप था, लेकिन उन्होंने उसका क्या किया. आपातकाल के लिए बीजेपी कांग्रेस पर हमलावर रहती है लेकिन उन्होंने खुद इमरजेंसी लगा दी.
महबूबा मुफ्ती की बेटी ने कहा कि कश्मीरियों को इंसान समझने की जरूरत है. कई आर्थिक और सामाजिक सूचकांक में जम्मू-कश्मीर यूपी और बिहार जैसे राज्यों से बेहतर है. गौरतलब है कि पिछले महीने की शुरुआत में संसद की मुहर के बाद अनुच्छेद 370 को हटा दिया गया था. अब जम्मू-कश्मीर से लद्दाख को अलग कर दिया गया है. दोनों को केंद्र शासित प्रदेश बनाया जाएगा.