
आई मॉनेटरी एडवाइजरी (IMA) पोंजी घोटाले में सीबीआई ने आरोपी मंसूर खान और नावेद अहमद को हिरासत में लिया है. मंगलवार तक दोनों को हिरासत में रखा जाएगा. दरअसल, मंसूर खान पर करीब 40 हजार मुस्लिम लोगों को ठगने का आरोप है. मंसूर खान पर आरोप है कि वह करीब 2000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी कर दुबई भाग गया था.
आईएमए ने अपनी स्कीम में 14 से 18 फीसदी के भारी रिटर्न का लालच देकर हजारों निवेशकों धोखा दिया था, जिसके बाद करीब 25 हजार लोगों ने धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई थी. बताया जा रहा है कि कई करोड़ों के पोंजी योजना के जरिए कथित तौर पर एक लाख से ज्यादा निवेशकों को धोखा दिया गया. इसके बाद सीबीआई ने मामले में बेंगलुरु स्थित आई-मॉनेटरी एडवाइजरी, इसके प्रबंध निदेशक मंसूर खान और समूह के निकायों के खिलाफ मामला दर्ज किया था.
अधिकारियों के मुताबिक कर्नाटक सरकार की अपील पर केंद्र सरकार से हरी झंडी मिलने के बाद सीबीआई ने आईएमए, मंसूर खान समेत अन्य व्यक्तियों के खिलाफ 30 अगस्त को मामला दर्ज किया था. सीबीआई ने बेईमानी से संपत्ति का वितरण करने, आपराधिक साजिश और धोखाधड़ी के आरोप में मामला दर्ज किया था.
इस मामले में सबसे पहले बेंगलुरु के कॉमर्शियल स्ट्रीट पुलिस स्टेशन में खालिद अहमद ने मंसूर खान और आईएमए के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. अहमद ने खान पर आरोप लगाया था कि मंसूर खान ने उसे और उसके परिजनों से 1.34 करोड़ रुपये की ठगी की. जब यह घोटाला सामने आया, तब मंसूर खान एक वीडियो संदेश छोड़कर दुबई भाग गया था. इस वीडियो में उसने कहा था कि वह राज्य और केंद्र सरकार में भ्रष्टाचार की वजह से आत्महत्या कर रहा है. दुबई से आने के बाद 21 जुलाई को मंसूर खान को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया था.