
तेलंगाना और इसके मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के लिए वर्ष 2015 स्वयं को सुदृढ़ बनाने का साल रहा और टीआरएस सरकार के कल्याण और विकास कार्यक्रमों ने नए राज्य के दूसरे वर्ष में आकार लेना शुरू कर दिया है.
बहरहाल, अतिक्ति राजस्व वाले राज्य को इस वर्ष कम बारिश के कारण सूखे की समस्या से दो-चार होना पड़ा और केंद्रीय अधिकारियों के एक दल ने स्थिति का जायजा लेने के लिए इस महीने राज्य की यात्रा की. राव ने टीम के साथ बैठक में राज्य में एक बड़ी सिंचाई परियोजना को राष्ट्रीय दर्जा देने के अलावा 231 मंडलों में किसानों के लिए सब्सिडी और मनरेगा के तहत काम के दिन बढ़ाकर 200 दिन करने की मांग की.
तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) सरकार ने पिछले साल जून में तेलंगाना के गठन के बाद से 18 महीनों में राज्य के 'पुनर्निर्माण' के लिए कई योजनाएं शुरू की है. अलग राज्य के आंदोलन का नेतृत्व करने वाले राव का आरोप है कि तेलंगाना को एकीकृत आंध्र प्रदेश में 'आंध्र प्रशासकों’ के भेदभाव ने नष्ट कर दिया. उन्होंने विभिन्न वर्गों के हित के लिए कई निर्णयों और कार्यक्रमों की घोषणा की. पृथक राज्य आंदोलन में बढ़ चढ़ कर भाग लेने वाले राज्य सरकार के कर्मियों के वेतन में 43 प्रतिशत का जबरदस्त इजाफा किया गया.
'स्वर्णिम तेलंगाना' के निर्माण का वादा करने वाली सरकार ने राज्य के हर घर में नल का पानी मुहैया कराने की योजना के तहत ‘जल ग्रिड’ योजना की शुरूआत की और उसने टैंकों एवं अन्य जलाशयों के पुनर्निर्माण के लिए 'मिशन काकतीय' की शुरूआत की. सत्तारूढ़ पार्टी ने संकल्प लिया है कि यदि वह नलों में पेयजल उपलब्ध कराने की अपनी योजना को पूरा करने में असफल रहती है तो वह आगामी विधानसभा चुनाव में वोट नहीं मांगेगी. ये दोनों योजनाएं क्रियान्वयन के विभिन्न चरणों में हैं.
टीआरएस ने चुनाव के दौरान गरीबों के लिए दो शयनकक्षों वाले मकान मुहैया कराने का वादा किया था. हैदराबाद में ऐसे फ्लेटों की एक मॉडल कॉलोनी बनाई जा रही है. इस साल विद्युत आपूर्ति में सुधार टीआरएस सरकार की सबसे बड़ी सफलता है जबकि कुछ लोगों ने भविष्यवाणी की थी कि तेलंगाना के गठन के बाद उसे विद्युत की भारी कमी का सामना करना पड़ेगा. विपक्षी कांग्रेस, तेदेपा और भाजपा ने आरोप लगाया कि राज्य में कृषि संबंधी संकट के कारण सैकड़ों किसानों ने आत्महत्या की है और राज्य मंत्रियों ने कृषि क्षेत्र में संकट के लिए पूर्ववर्ती सरकारों को दोषी ठहराया है.
हैदराबाद का ‘ब्रांड वैल्यू’ को बढ़ाने की टीआरएस सरकार की योजनाओं को उस समय बल मिला जब तकनीक दिग्गज गूगल ने शहर में एक नए परिसर के निर्माण के अपने निर्णय की घोषणा की. राजनीतिक मोर्चे पर भी राव की स्थिति मजबूत है. उनकी पार्टी (टीआरएस) ने वारंगल लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए हालिया उपचुनाव में भारी मतों से जीत हासिल की. अन्य दलों के विधायकों एवं पाषर्दों ने अपनी पार्टियां छोड़कर सत्तारूढ टीआरएस के प्रति वफादारी दिखाना शुरू कर दिया. कांग्रेस और तेदेपा ने ऐसा करने वाले अपनी पार्टी के सदस्यों के खिलाफ विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष अयोग्यता याचिकाएं दायर की हैं.
अलग राज्य की मांग पूरी करने के बावजूद पिछले वर्ष चुनाव में मिली हार से अभी उबर रहे मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस को वारांगल उपचुनाव में हार से एक और झटका लगा. टीडीपी के भी दो विधायकों को वोट के बदले नोट के कथित घोटाले में गिरफ्तार किया गया. हालांकि उन्हें बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया. खेल के क्षेत्र पर नजर डालें तो हैदराबाद की सानिया मिर्जा ने यह साल शानदार रहा. वह इस वर्ष महिला युगल रैंकिंग में विश्व की शीर्ष टेनिस खिलाड़ी बनीं. उन्होंने मार्टिन हिंगिस के साथ मिलकर दो ग्रैंड स्लैम और कई खिताबों पर कब्जा किया.
वर्ष 2015 स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी सायना नेहवाल के लिए मिला जुला रहा जो इस वर्ष पहली बार विश्व की शीर्ष नंबर की खिलाड़ी बनीं लेकिन उन्हें ऑल इंग्लैंड चैम्पियनशिप, वर्ल्ड चैम्पियनशिप और चाइना ओपन जैसे बड़े टूर्नामेंटों में उपविजेता रहकर ही संतोष करना पड़ा.
-इनपुट भाषा