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महाराष्ट्र में अब 10वीं के छात्र, जनरल मैथ्स का विकल्प नहीं चुन पाएंगे. सरकार अगले साल से यह नियम लागू करने पर विचार कर रही है.
गौरतलब है कि साल 2008 में राज्य सरकार ने जनरल मैथमेक्टिस नामक विषय इंट्रूड्यूज किया था. यह अपेक्षाकृत सरल गणित विषय था. जिन बच्चों को गणित पढ़ने में दिक्कत होती थी वे इस विषय को विकल्प के तौर पर चुनकर पेपर दे सकते थे. पर, इस विषय से पेपर देने वाले छात्र, इंजीनियरिंग या पोलिटेक्टिनक कोर्सों में एडमिशन के लिए एप्लाई नहीं कर सकते थे.
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एजुकेशन डिपार्टमेंट के एक अधिकारी ने बताया, 'हमने पाया है कि जिस कारण से जनरल मैथमेटिक्स विषय लाया गया था, वह पूरा नहीं हो पा रहा है. अभी भी रेगुलर मैथमेटिक्स को उसी संख्या में बच्चे चुन रहे हैं और वे इसे ड्रॉप भी नहीं करना चाहते.'
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डिपार्टमेंट ने ऑनलाइन लिंक पर अध्यापकों, अभिभावकों और छात्रों से इस विषय पर राय मांगी है. इसमें ज्यादातर बच्चों का यही कहना है कि वे रेगुलर मैथ्स का विषय ही चाहते हैं.