
जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहा है, बीजेपी और शिवसेना के बीच दूरियां बढ़ती जा रही हैं. अभी तक तो दोनों तरह से केवल बयानबाजी होती रही है, लेकिन अब शिवसेना प्रमुख ने ऐलान कर दिया है कि अब वह किसी समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मंच साझा नहीं करेंगे. इसके साथ ही शिवसेना ने कई मुद्दों को लेकर बीजेपी पर खुला हमला भी बोला है.
केंद्र और महाराष्ट्र में सत्ताधारी बीजेपी की सहयोगी शिवसेना ने सरकार पर तंज कसते हुए शनिवार को कहा कि 'भगोड़ा घोटालेबाज नीरव मोदी को भारतीय रिजर्व बैंक(RBI)का गर्वनर बनाया जाना चाहिए, ताकि वह देश को बर्बाद कर सके. पंजाब नेशनल बैंक (PNB)महा घोटाले को लेकर शिवसेना ने कहा कि 'यह बिल्कुल स्पष्ट है कि नीरव मोदी अपने परिवार के साथ पिछले महीने देश से फरार हो चुका है.'
बीजेपी के लिए जुटाता था पैसा
शिवसेना ने शनिवार को पार्टी के मुखपत्र सामना और दोपहर का सामना में मर्मभेदी संपादकीय में कहा, हालांकि, हाल ही में नीरव मोदी प्रधानमंत्री मोदी के साथ दावोस में तस्वीरें खिंचवाते नजर आया था. नीरव को बीजेपी का समर्थक माना जाता है और चुनावों के दौरान वह पार्टी के लिए धन भी जुटाता था.
शिवसेना ने तंज कसते हुए कहा, 'हालांकि, हम यह नहीं कह रहे हैं कि कि नीरव मोदी ने PNB को भाजपा नेताओं के आशीर्वाद से लूटा या फिर इसका हिस्सा भी पार्टी के खजाने में गया, लेकिन वह हमेशा बीजेपी के लिए पैसा जुटाने का काम करता था. उसने भाजपा को चुनाव जीतने में भारी भरकम रकम के साथ मदद की थी.'
पीएम मोदी ने किया खोखला वादा
शिवसेना ने कहा, नीरव मोदी जो पैसा लेकर भाग गया वह राष्ट्रीय खजाने का था, जिसे उसने स्पष्ट रूप से लूट लिया. अब इस घोटाले से उजागर होता है कि पीएम मोदी का प्रसिद्ध नारा 'न खाऊंगा न खाने दूंगा' खोखला वादा था. शिवसेना ने पूछा, 'हम यह जानना चाहते हैं कि दावोस में प्रधानमंत्री से मिलने वाले उद्योगपतियों के समूह के साथ जुड़ने में वह कैसे कामयाब रहा, PNB ने उसके खिलाफ शिकायत दर्ज की थी? क्या उसका आधार कार्ड बैंक खातों से जुड़ा था? इसे स्पष्ट किया जाना चाहिए. बिडंबना यह है कि आम आदमी को आधार कार्ड के बिना अस्पताल में इलाज भी नहीं मिल सकता है, लेकिन नीरव मोदी जैसा आदमी बिना आधार कार्ड के भी किसी बैंक से 11,500 करोड़ रुपये बेईमानी से निकाल सकता है.'
शिवसेना ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय और अन्य एजेंसियों ने भगोड़ा नीरव के ठिकानों पर छापे मारे और उन्होंने 5,100 करोड़ रुपये के हीरे और गहने की बरामदगी, लेकिन किंगफिशर एयरलाइंस का प्रमुख विजय माल्या और ललित मोदी भी देश से भागने से पहले बड़ी संपत्ति छोड़ गया था.
झूठे आरोप में भेजा जेल
शिवसेना ने कहा, 'कई राजनेताओं को आधी सच्चाई या झूठे आरोप में जेल भेज दिया गया, जिनमें पूर्व रेलमंत्री व बिहार के पूर्व मुख्मंत्री लालू प्रसाद यादव और महाराष्ट्र के पूर्व उपमुख्यमंत्री छगन भुजबल शामिल हैं, लेकिन कांग्रेस नेता व महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री कृपाशंकर सिंह की तरह नीरव भी बच निकलने में कामयाब रहा।' शिवसेना ने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान कई उद्योगपति बीजेपी के पीछे खड़े थे, लेकिन इस घोटाले ने उसके चरित्र को नंगा कर दिया है, जबकि यह पार्टी 'पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त सरकार' का दावा करती थी, लेकिन पिछले चार साल में सारे दावे हवा में उड़ते चले गए.
किसानों पर कार्रवाई और उद्योगपतियों पर रहम
पार्टी का कहना है, 'इसके विपरीत, गरीब किसान, जो 100-500 रुपये तक का कर्ज नहीं चुका पाता और सूदखोर की दहशत से आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो जाता है. कई किसानों की जमीन जब्त कर ली जाती है, लेकिन जिस उद्योगपतियों ने देश के 1,50,000 करोड़ रुपये से ज्यादा रकम पर डाका डाला, वे सरकार के आर्शीवाद से छुट्टा घूम रहे हैं.'
विज्ञापन के सहारे चल रहा देश
शिवसेना ने कहा कि देश विज्ञापन और छवि निर्माण के लिए प्रायोजित कार्यक्रमों के आधार पर चलाया जा रहा है और इसके लिए करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं, लेकिन जब पूर्व-आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन ने देश में हो रही लूट के बारे में बात की थी तो उन्हें बाहर कर दिया गया था. शिवसेना ने संपादकीय में अपनी बात खत्म करते हुए कहा, अब नीरव मोदी को आरबीआई का गर्वनर बना देना चाहिए ताकि यह देश बर्बाद हो सके.