
आय घोषणा योजना (आईडीएस) के तहत 13,860 करोड़ रुपये की घोषणा कर चर्चा में आए प्रॉपर्टी डीलर महेश शाह से सोमवार को फिर पूछताछ होगी. बीते दिनों आयकर विभाग ने शाह के बयान दर्ज किए थे. सोमवार को एक बार फिर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) उनके बयान दर्ज किए जाएंगे.
महेश शाह को सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) लाया जाएगा. शाह से पूछताछ के लिए आयकर विभाग के अधिकारियों ने उन्हें शनिवार रात हिरासत में लिया था. जिसके बाद शाह से पूरी रात पूछताछ की गई थी. आयकर अधिकारियों ने बताया कि अभी शाह ने सिर्फ उनके घर पर छापेमारी से संबंधित सवालों का जवाब दिया है.
रविवार सुबह आयकर विभाग के अधिकारियों ने उन्हें घर जाने की अनुमति दी थी. शाह पर हमले की आशंका के मद्देनजर उनके घर के बारह दो सुरक्षा गार्ड तैनात किए गए हैं. गौरतलब है कि शाह 30 सितंबर को बंद हुई आईडीएस योजना के तहत 13,860 करोड़ रुपये की अघोषित आय की घोषणा कर चर्चा में आए थे.
आयकर विभाग ने कुछ दिन पहले शाह के आवास पर छापेमारी की थी. जिसके बाद से शाह गायब हो गए थे. शाह को आयकर विभाग के अधिकारियों ने नाटकीय ढंग से एक स्थानीय चैनल के दफ्तर से इंटरव्यू के दौरान हिरासत में लिया था. इंटरव्यू के दौरान शाह ने दावा किया था कि उन्होंने यह घोषणा कमीशन के लिए की थी.
शाह का कहना है कि घोषित 13,860 करोड़ रुपये की राशि उनकी नहीं है. वह इस मामले में शामिल लोगों के नाम आयकर विभाग के अधिकारियों को जल्द बताएंगे. इस दौरान उन्होंने कहा था, 'मैंने गलती की है लेकिन गुनाह नहीं किया.' शाह ने बताया कि ये पैसा उसका नहीं बल्कि कई राजनेताओं, नौकरशाहों और बिल्डरों का है.
पुलिस वर्दी में ले गए थे शाह को घर
पुलिस प्रॉपर्टी डीलर महेश शाह को पकड़ने के बाद रविवार को स्वास्थ्य कारणों की वजह से उन्हें पुलिस की वर्दी पहनाकर उनके घर ले गई थी. सोशल मीडिया पर खाकी वर्दी में शाह की तस्वीरें सामने आने के बाद निरीक्षक एम.यू. माशी ने साफ किया कि सुरक्षा कारणों से पहचान छिपाने के लिए शाह को पुलिस की वर्दी पहनाई गई थी. निरीक्षक माशी ने कहा, सुरक्षा मुहैया कराना पुलिस का कर्तव्य है. पुलिस शाह की पहचान छिपाना चाहती थी. शाह की जान को खतरा है, लिहाजा उनके बचाव के लिए इस तरह का कदम उठाया जाना जरूरी था. वहीं मामले के तूल पकड़ते ही गुजरात के पुलिस कमिश्नर ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं.
मुंबई के परिवार ने की थी दो लाख करोड़ की घोषणा
गौरतलब है कि आय घोषणा योजना (आईडीएस) के तहत मुंबई के चार सदस्यीय परिवार की दो लाख करोड़ रुपये की आय की घोषणा को सरकार ने खारिज कर दिया था. वित्त मंत्रालय ने कहा था कि इस मामले की पूरी जांच होगी. वित्त मंत्रालय का कहना है कि कथित परिवार की दो लाख करोड़ रुपये की आय की घोषणा संदिग्ध जान पड़ती हैं, क्योंकि कथित परिवार की आय के संसाधन सीमित हैं. बता दें कि मुबंई के बांद्रा इलाके के रहने वाले इस परिवार में अब्दुल रज्जाक मोहम्मद सैयद, पुत्र मोहम्मद आरिफ अब्दुल रज्जाक सईद, पत्नी रुखसाना अब्दुल रज्जाक सैयद और बेटी नूरजहां मोहम्मद सईद हैं. इस परिवार के तीन सदस्यों के पैन कार्ड अजमेर के पते पर बने थे और इसी सितंबर में ये लोग मुंबई आएं जहां उन्होंने यह वित्त घोषणाएं की.
सरकार ने शुरु की थी आय घोषणा योजना
कथित परिवार की यह घोषणाएं आय घोषणा योजना (आईडीएस) के तहत की गई थी. इस स्कीम के तहत यदि कोई व्यक्ति अपनी अघोषित आय को उजागर करता है तो उसको घोषित आय का 45 प्रतिशत टैक्स, सरचार्ज और पेनाल्टी के रूप में देना होगा. इस स्कीम की अंतिम तारीख 30 सितंबर रखी गई थी और इसके तहत 65,250 करोड़ रुपये की अघोषित आय का खुलासा हुआ था. वहीं सईद परिवार ने जो घोषणा की है, वह इस घोषित राशि की तिगुनी है.