
भारत के रक्षा क्षेत्र को बढ़ावा देने के कदम के तहत देश में रूस के सहयोग से 200 सैन्य हेलिकॉप्टरों का विनिर्माण किया जाएगा. यह योजना दोनों देशों के रणनीतिक संबंधों को और अधिक गहन और विविधतापूर्ण बनाने की पहल का हिस्सा है.
रूस में भारत के राजदूत पी एस राघवन ने कहा कि इस बारे में हाल में समझौता हुआ है. यह उन कई रक्षा परियोजनाओं में से है जिन पर दोनों देश काम कर रहे हैं. इनमें 'मेक इन इंडिया' कार्यक्रम के तहत परियोजनाएं भी शामिल हैं.
राघवन ने कहा कि भारत की ओर से दूसरे अन्य देशों से सैन्य उपकरणों की खरीद के बावजूद दोनों देशों का दशकों पुराना रक्षा सहयोग गतिशील बना हुआ है. भारत ने हाल में फ्रांस से 36 राफेल लड़ाकू विमान खरीदने का करार किया है.
रघवन ने कहा, 'दोनों देशों का संबंध एक बड़ा, व्यापक आधारवाला संबंध है, जो समय के साथ और व्यापक होता जा रहा है.' उन्होंने कहा, 'हमारे बीच हाल में भारत में संयुक्त रूप से हेलिकॉप्टरों के विनिर्माण की सहमति बनी है. भारत में 200 हेलिकॉप्टरों का विनिर्माण एक बड़ी पहल है. अगर दोनों देश प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण और लाइसेंस उत्पादन के जरिए 200 हेलिकॉप्टरों का विनिर्माण करने का फैसला करते हैं, तो यह एक बहुत बड़ा कदम है.'
भाषा से इनपुट