
केरल में चार महिला खिलाड़ियों द्वारा जहरीला फल खाने की घटना पर कई तरह की जांच शुरू हो गई है. घटना में चारों महिला खिलाड़ियों में से एक की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य की स्थिति गंभीर है.
पुलिस ने गुरुवार को यह जानकारी दी. इनमें से एक खिलाड़ी ने हाल ही में केरल में ही हुए 35वें राष्ट्रीय खेलों में स्वर्ण पदक हासिल किया था और उसकी हालत गंभीर बनी हुई है. चारों वेम्बानाड लेक स्थित स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAI) के वाटर स्पोर्ट्स सेंटर में एक साथ प्रशिक्षण लेती थीं.
अलाप्पुझा के जिला पुलिस निरीक्षक सुरेश कुमार ने बताया कि घटना की जांच में जुटी स्थानीय पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है, जिसे चारों खिलाड़ियों द्वारा संयुक्त रूप से लिखा माना जा रहा है.
सुरेश कुमार ने कहा, 'जी हां, चारों खिलाड़ियों द्वारा लिखा एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें कहीं पर भी वरिष्ठ खिलाड़ियों या अधिकारियों द्वारा प्रताड़ना की बात नहीं लिखी है. हालांकि इसमें उन्होंने लिखा है कि वे एक छोटी सी गलती के कारण यह कदम उठा रही हैं.'
उन्होंने यह भी बताया कि सुसाइड नोट के अलावा अधिकारियों ने गंभीर स्थिति में चल रहीं तीनों खिलाड़ियों के बयान ले लिए हैं.
पूरी घटना से वाकिफ सूत्रों ने बताया कि लड़कियों ने बीयर पी रखी थी, जिसकी सूचना अधिकारियों को दे दी गई थी. अधिकारियों ने लड़कियों से ऐसा करने के लिए मना किया था. अधिकारियों द्वारा शराब पीने से मना करने पर नाराज लड़कियों ने जहरीला फल खा लिया.
मंत्रालय द्वारा जारी एक वक्तव्य के अनुसार, खेल मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने इस बात पर कड़ी प्रतिक्रिया जताई है कि भारतीय खेल प्राधिकरण के अधिकारियों द्वारा लड़कियों को शारीरिक व मानसिक दबाव देने के कारण लड़कियों ने यह कदम उठाया.
सोनोवाल ने कहा कि पुलिस जांच में यदि SAI के किसी भी अधिकारी के खिलाफ किसी भी तरह की गड़बड़ी की पुष्टि होती है, तो उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.
केरल के गृहमंत्री रमेश चेन्निथला ने घटना पर आश्चर्य जताते करते हुए राज्य के पुलिस महानिरीक्षक एमआर अजित कुमार को मामले की जांच करने के लिए कहा है.
केरल के मानवाधिकार आयोग ने मामले पर संज्ञान लेते हुए अपने पुलिस महानिरीक्षक एस. श्रीजीत को घटना की जांच करने और रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा है.
राज्य के खेल मंत्री तिरुवंचूर राधाकृष्णन ने खेल सचिव एम. शिवशंकर से घटना पर रिपोर्ट मांगी है और तीनों खिलाड़ियों का उपचार सरकारी खर्च पर करवाए जाने की घोषणा की.
सुरेश कुमार ने इस बीच बताया कि उनकी हालत गंभीर बनी हुई है तथा अभी ऐसी स्थिति नहीं है कि उनके स्वास्थ्य को लेकर कोई अंतिम बात की जा सके.
सुरेश कुमार ने कहा, 'उन्हें कल (बुधवार) रात जहरीला फल खाने के बाद अलाप्पुझा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में गंभीर अवस्था में लाया गया.' यह फल केरल में आमतौर पर पाया जाता है.
कुमार ने आगे कहा, 'इनमें से एक अपर्णा की गुरुवार तड़के मौत हो गई, जबकि अन्य तीन को अस्पताल के आईसीयू में रखा गया है और डॉक्टर उनका इलाज कर रहे हैं. इनकी स्थिति के बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता.'
शाम तक एसएआई केंद्र में चार लड़कियों को बेचैनी महसूस हुई और इन्हें जनरल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने इनकी स्थिति गंभीर बताई. इसके बाद इन्हें मेडिकल कॉलेज लाया गया.
अपर्णा के निकट संबंधी ने कहा कि एसएआई अधिकारियों द्वारा दिए जा रहे शारीरिक और मानसिक दबाव की वजह से ये चारों लड़कियां अत्यधिक तनाव में थीं.
उन्होंने पत्रकारों से कहा, 'कुछ दिन पहले अपर्णा को चप्पू से गर्दन पर मारा गया था. साई के हॉस्टल में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था नहीं है. यह सभी के लिए खुला हुआ है, जिससे कोई भी हॉस्टल में आ-जा सकता है.'
पुलिस अपर्णा के पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है. सोनोवाल ने गुरुवार को कहा, 'केरल में हुई इस घटना पर मैं बेहद दुखी हूं. मैं पीड़िता के परिवार वालों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं. हम पीड़िता के परिवार को हरसंभव मदद करेंगे.'
सोनोवाल ने कहा कि उन्होंने साई के महानिदेशक इंजेती श्रीनिवास को बीमार खिलाड़ियों का समुचित इलाज सुनिश्चित कराने और घटनास्थल का मुआयना कर एक रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा है.
इनपुट: IANS