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भारत-बांग्लादेश के बीच हो सकता है परमाणु समझौता, बढ़ेगी रूस से दोस्ती

वहीं बांग्लादेश में तमिलनाडु के कुडानकुलम में रूस की मदद से बने न्यूक्लियर पावर प्लांट का फायदा उठाना चाहता है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बांग्लादेश सरकार ने कहा है कि बांग्लादेश के अधिकारियों का तमिलनाडु के पावर प्लांट में ट्रेनिंग देना आर्थिक तौर पर फायदेमंद होगा.

भारत-बांग्लादेश में होगा असैन्य परमाणु समझौता भारत-बांग्लादेश में होगा असैन्य परमाणु समझौता
मोहित ग्रोवर
  • नई दिल्ली,
  • 23 मार्च 2017,
  • अपडेटेड 8:34 AM IST

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना अपने भारत दौरे पर कुछ अहम समझौते कर सकती हैं. इनमें सबसे ज्यादा उम्मीद असैन्य परमाणु समझौते के होने की लगाई जा रही है. बता दें कि बांग्लादेश के रूपपुर में रूस न्यूक्लियर पावर प्लांट स्थित है, अगर यह समझौता होता है तो भारत-रूस-बांग्लादेश के बीच में त्रिपक्षीय सहयोग बढ़ सकता है. शेख हसीना 7 से 10 अप्रैल के बीच भारत दौरे पर होंगी.

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वहीं बांग्लादेश में तमिलनाडु के कुडानकुलम में रूस की मदद से बने न्यूक्लियर पावर प्लांट का फायदा उठाना चाहता है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बांग्लादेश सरकार ने कहा है कि बांग्लादेश के अधिकारियों का तमिलनाडु के पावर प्लांट में ट्रेनिंग देना आर्थिक तौर पर फायदेमंद होगा.

रूस से रहे हैं अच्छे संबंध
गौरतलब है कि भारत और रूस के हमेशा ही अच्छे संबंध रहे हैं. 1971 के युद्ध के दौरान भी रूस ने भारत का समर्थन किया था. 2014 में भारत और रूस के बीच हुए परमाणु ऊर्जा के समझौते के तहत रूस के डिजाइन वाले न्यूक्लियर प्लांट के में सर्विस के लिए भारतीय इंडस्ट्री के लिए संभावनाओं की उम्मीद हैं.

रूस और बांग्लादेश में है समझौता
परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग के तहत बांग्लादेश और रूस के बीच में भी समझौता है, यह समझौता 2010 में हुआ था. जिसके तहत रूस की कंपनी रोसाटोम का ASE ग्रुप न्यूक्लियर प्लांट बना रही है. प्लांट की पहली यूनिट 2022 और दूसरी यूनिट 2023 में पूरा होगी.

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