
चीन और पाकिस्तान की सीमा से सटे क्षेत्रों में अपने सैन्य ढांचे को मजबूत करने के लिए भारत 61 सड़कों का निर्माण कर रहा है. रक्षा राज्य मंत्री श्रीपद नाइक ने राज्य सभा में बताया कि बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन सड़क निर्माण की योजना पर काम कर रहा है. पांच वर्षों (2018-19 से 2022-23) में 14545 किमी लंबाई की 272 सड़कों का निर्माण हो रहा है.
272 सड़कों में से 3323.57 किमी की लंबाई की 61 सड़कों की पहचान रणनीतिक तौर पर की गई है. इसमें से 2304.65 किमी पर काम पूरा हो चुका है और बाकी की सड़कों पर काम जारी है.
नाइक ने क्या कहा...
एक प्रश्न के लिखित उत्तर में नाइक ने बताया कि हर मौसम में संपर्क सुनिश्चित करने और सीमा पर रक्षा तैयारी बढ़ाने के उद्देश्य से सड़कों, सामरिक रेल लाइनों, सुरंगों का निर्माण करने के लिए सीमा क्षेत्रों में सामरिक अवसंरचना का विकास किया जाता है.
उन्होंने बताया कि इसी के तहत चीन की सीमा से लगे क्षेत्र में 14545 किमी लंबाई की 272 सड़कों का निर्माण एवं सुधार करने के लिए 2018-19 से 2022-23 तक बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन की एक संशोधित दीर्घकालिक ‘‘रोल ऑन कार्ययोजना’’ बनाई गई है.
नाइक ने बताया कि इन 272 सड़कों में से 3323.57 किमी लंबाई की 61 सड़कों की सामरिक रूप से पहचान की गई है. इसमें से 2304.65 किमी का काम पूरा हो गया है और शेष का काम प्रगति पर है.