Advertisement

चीन जमीनी दायरा बढ़ाकर बदलना चाहता है नक्शा, बन सकते हैंं युद्ध के हालात

पॉलिटिकल साइंटिस्ट John Mearsheimer ने कहा कि चीन अपने पड़ोसी देशों पर दबाव बनाकर अपना दायरा बढ़ाना चाहता है. वो जमीनी दायरा बढ़ाकर नक्शा बदलना चाहता है. चीन ये सब ग्लोबल पावर बनने के लिए कर रहा है.

फाइल फोटो फाइल फोटो
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 20 जून 2020,
  • अपडेटेड 11:48 PM IST

  • लद्धाख में चल रहे तनाव पर एक्सपर्ट्स बोले- भारत रहे चौंकन्ना
  • भारत-चीन विवाद बढ़ने पर US को होगा फायदाः महबूबानी

लद्दाख में LAC पर भारत-चीन के बीच तनाव बना हुआ है. विश्वासघाती चीन से चौंकन्ना रहने की बात एक्सपर्ट्स कह रहे हैं. पॉलिटिकल साइंटिस्ट और शिकागो यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर John Mearsheimer ने तो युद्ध की आशंका तक जताई है. उनका कहना है कि बॉर्डर पर मौजूदा हालात तनावपूर्ण हैं.

Advertisement

इंडिया टुडे के न्यूज ट्रैक प्रोग्राम में John Mearsheimer ने कहा कि चीन अपने पड़ोसी देशों पर दबाव बनाकर अपना दायरा बढ़ाना चाहता है. वो जमीनी दायरा बढ़ाकर नक्शा बदलना चाहता है. चीन ये सब ग्लोबल पावर बनने के लिए कर रहा है. इसमें कोई शक नहीं है कि एशिया में चीन बड़ी ताकत है. ऐसे में चीन से मुकाबला करने के लिए भारत-अमेरिका को एक साथ मिलकर रणनीति बनानी चाहिए.

अमेरिका पहले अपना स्वार्थ देखेगा

वहीं, चर्चा के दौरान UNSC के पूर्व प्रेसिंडेट किशोर महबूबानी ने कहा कि चीन इमर्जिंग पावर बनना चाहता है, इसलिए अपने पड़ोसियों पर कंट्रोल चाहता है. उन्होंने कहा कि इंडिया-चाइना के बीच कोई भी विपरीत स्थिति बनेगी तो इसका सीधा फायदा अमेरिका को होगा. चीन को आगे बढ़ाने में अमेरिका का सबके बड़ा हाथ रहा है. इस मसले पर अमेरिका पहले अपना स्वार्थ देखेगा.

Advertisement

उन्होंने कहा कि चीन के पास रिसोर्स ज्यादा हैं, अर्थव्यवस्था मजबूत है, आर्मी बड़ी है, इंफ्रास्ट्रक्टर बड़ा है. ऐसे में चीन से मुकाबला करने के लिए भारत को अपनी तैयारी और मजबूत करनी होगी. स्थिति बेहद तनावपूर्ण है और ऐसे में चीन पर विश्वास नहीं किया जा सकता.

क्या लद्दाख में भारत खो चुका है 5000 वर्ग किलोमीटर जमीन? कांग्रेस ने उठाए सवाल

वहीं, Observer Research Foundation (ORF) के प्रेसिडेंट समीर सरन ने कहा कि चीन को अपनी नीयत साफ करनी चाहिए. उसकी अर्थव्यवस्था भले अच्छी है, लेकिन उसका बड़ा व्यापार भारत पर निर्भर है. लद्दाख में चीन ने जो हरकत की है वो उस पर भारी पड़ सकती है. सरहद पर ऐसी हरकत से व्यापार कर पाना मुश्किल होगा.

20 जवान हुए थे शहीद

बता दें कि 15 जून की रात लद्दाख की गलवान घाटी में LAC पर चीन और भारत की सेना में हिंसक झड़प हुई थी. इस हिंसा में भारत के 20 जवान शहीद हो गए. जानकारी ये भी थी कि चीन के करीब 40 जवान हताहत हुए हैं, लेकिन चीन ने अब आधिकारिक तौर पर कोई संख्या नहीं बताई है.

वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को सर्वदलीय बैठक के बाद कहा था कि न तो वहां कोई हमारी सीमा में घुसा हुआ है और न ही हमारी कोई पोस्ट किसी दूसरे के कब्जे में है. लद्दाख में हमारे 20 जांबाज शहीद हुए लेकिन जिन्होंने भारत माता की तरफ आंख उठाकर देखा था, उन्हें हमारे जवान सबक सिखाकर गए हैं.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement