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पोर्ट एलिजाबेथ में जीत चाहे टीम इंडिया, अब तक पांचों वनडे गंवाए

यहां वह चार मुकाबले साउथ अफ्रीका के खिलाफ हारी है, जबकि एक मैच में केन्या ने मात दी थी.

भारतीय टीम भारतीय टीम
विश्व मोहन मिश्र
  • पोर्ट एलिजाबेथ,
  • 12 फरवरी 2018,
  • अपडेटेड 3:44 PM IST

पिछले मैच में शिकस्त झेलने वाली भारतीय टीम मंगलवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मौजूदा सीरीज के पांचवें वनडे में उतरेगी. यह मैच जीतकर वह अफ्रीकी धरती पर पहली बार वनडे सीरीज अपने नाम कर इतिहास बनाने की कोशिश करेगी.

छह मैचों की वनडे सीरीज में भारतीय टीम 3-1 से आगे है और वह चाहेगी कि वह इस बढ़त का फायदा उठाए. टीम ने डरबन में पहला मैच 6 विकेट, सेंचुरियन में 9 विकेट और केप टाउन में 124 रनों से जीता था. लेकिन, मेजबान टीम ने बारिश से प्रभावित चौथे वनडे में 5 विकेट से जीत हासिल कर वापसी की.

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पोर्ट एलिजाबेथ के संट जॉर्ज पार्क में टीम इंडिया का रिकॉर्ड बेहद खराब रहा है. 1992-2011 के दौरान यहां टीम इंडिया ने अपने सभी पांचों मैच गंवाए हैं. यहां वह चार मुकाबले साउथ अफ्रीका के खिलाफ हारी है, जबकि एक मैच में केन्या ने मात दी थी.

जानिए, पोर्ट एलिजाबेथ में कब-कब हारी टीम इंडिया

1. 1992: 6 विकेट से साउथ अफ्रीका ने हराया

2. 1997: 6 विकेट से साउथ अफ्रीका ने हराया

3. 2001: 70 रनों से केन्या ने हराया

4. 2006: 80 रनों से साउथ अफ्रीका ने हराया

5. 2011: 48 रनों से साउथ अफ्रीका ने हराया

दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजी लाइन-अप और भारत के कलाई के स्पिनरों के बीच अब भी मुकाबला अहम है. जोहानिसबर्ग में हालांकि बारिश के कारण हुई दो बार की बाधा ने भारत की बल्लेबाजी और गेंदबाजी में लय बिगाड़ दी. सबसे अहम बात यह रही कि बारिश के कारण लक्ष्य में संशोधन किया गया और एबी डिविलियर्स के जल्दी पवेलियन लौटने के बावजूद मेजबानों को इसे हासिल करने में जरा भी परेशानी नहीं हुई.

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यह मैच टी-20 की तर्ज पर ही हुआ जिसमें डेविड मिलर और हेनरिक क्लासन ने भारत के कलाई के स्पिनरों के खिलाफ आक्रामक बल्लेबाजी कर मैच छीन लिया. निश्चित रूप से भारत को कैच छोड़ने के अलावा मिलर को ‘नो बॉल’ फेंकना भारी पड़ा. लेकिन इससे यह साबित नहीं होता कि दक्षिण अफ्रीका ने युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव की कलाई की स्पिन का सामना करना सीख लिया है.

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साथ ही भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमरा का अच्छी तरह इस्तेमाल नहीं किया गया क्योंकि विराट कोहली ने स्पिनरों पर ही ज्यादा भरोसा दिखाया, जबकि वे दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों की आक्रामकता को रोकने में असफल रहे थे. इसे देखते हुए पोर्ट एलिजाबेथ में भारतीय टीम का चयन काफी अहम रहेगा.

रोहित शर्मा की खराब फॉर्म के बावजूद भारत का शीर्ष बल्लेबाजी क्रम मजबूत है. रोहित ने पहले चार वनडे में 40 रन बनाए हैं और 12 मैचों में उनका वनडे औसत महज 11.45 का है. कोहली (393) और शिखर धवन (271) ने मिलकर बाकी बचे बल्लेबाजों (239) द्वारा मिलकर बनाए गए रनों से करीब तीन गुना रन बनाए हैं.

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