बॉर्डर पर गोलीबारी से बचने के लिए स्कूली बच्चों को ट्रेनिंग दे रही सेना

पाकिस्तान की ओर से की जा रही लगातार गोलाबारी ने जहां सीमावर्ती क्षेत्रों में लोगों का जीना बेहाल हो गया है. वहीं स्कूली बच्चों को भी इस गोलीबारी का सामना करना पड़ता है.

Advertisement
सांकेतिक फोटो सांकेतिक फोटो

अश्विनी कुमार

  • जम्मू-कश्मीर,
  • 27 अप्रैल 2018,
  • अपडेटेड 10:09 PM IST

भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर रोजाना गोलीबारी की घटनाएं होती हैं. ऐसे में वहां पर रहने वाले नागरिकों का काफी परेशानी होती है. भारत-पाकिस्तान सीमा पर पुंछ और राजौरी इलाकों में स्कूल के बच्चे परेशान हो रहे हैं. पाकिस्तान की गोलाबारी से बचने के लिए फौज ने स्कूल के बच्चों को गोलाबारी से बचने के लिए ट्रेनिंग दे रहे हैं.

पाकिस्तान की ओर से की जा रही लगातार गोलाबारी ने जहां सीमावर्ती क्षेत्रों में लोगों का जीना बेहाल हो गया है, वहीं स्कूली बच्चों को भी इस गोलीबारी का सामना करना पड़ता है.

Advertisement

इसी को देखते हुए सेना ने ओपी हिल स्टेडियम में विभिन्न सीमा के साथ सटे स्कूलों के छात्रों को ट्रेनिंग देना शुरू किया है. सेना में सीमा पर प्रयोग होने वाले हथियारों के बारे में छात्रों को बताया जा रहा है और गोलीबारी के समय किस तरह से बचा जा सकता है, इसके बारे में भी बताया जा रहा है.

पाकिस्तान की गोलाबारी के दौरान प्रशासन को तीन से पांच किलोमीटर तक सभी स्कूल बंद करने पड़ते हैं. सीमा के पास भारतीय सेना ने सीमावर्ती क्षेत्रों के विभिन्न स्कूली छात्रों को गोलाबारी के दौरान बचाव का निरीक्षण दिया.  

सूत्रों का कहना है कि फौज आने वाले दिनों में और सीमावर्ती इलाकों में स्कूल के स्टूडेंट्स को पाकिस्तानी गोलाबारी से बचने की ट्रेनिंग देने वाली है.  जिससे की पाकिस्तान स्कूलों को अगर टारगेट करता है तो स्टूडेंट्स को कोई नुकसान न हो.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement