
भारत-पाकिस्तान के बीच राजनीतिक रिश्ते भले ही तल्ख हों, लेकिन धार्मिक आधार पर दोनों देशों के बीच रिश्ते सुधारने की कोशिश जारी है, लेकिन सीमापार सिख श्रद्धालुओं के धार्मिक सफर के दौरान पड़ने वाले रास्ते पर लगे पोस्टर्स ने भारत को चिंता में डाल दिया है.
गुरु नानक देव की 549वीं जयंती के अवसर पर गुरुद्वारा ननकाना साहिब की यात्रा करने के लिए 3,800 भारतीय सिखों को पाकिस्तान जाने के लिए पाक की ओर से वीजा जारी किया गया है. यह यात्रा इस साल 21 से 30 नवंबर के बीच होनी है.
इंडिया टुडे के पास ऐसे फोटो हैं जिसमें वहां के गुरुद्वारों में भारत के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले खालिस्तान समर्थकों के पोस्टर लगाए गए हैं. खासकर ननकाना साहिब के पास ऐसे पोस्टर लगाए गए हैं. हालांकि वहां पर गुरुद्वारा को भव्य तरीके से सजाया गया है.
इस साल 144 पाकिस्तानी मुस्लिम श्रद्धालु पंजाब में शेख फारुकी सरहिंदी (मुजादिद अल्फ सानी) के तीर्थस्थल पर सालाना उर्स समारोह में हिस्सा लेने आए थे. सालाना उर्स इनके साथ नई दिल्ली में पाक के हाई कमिश्नर सोहेल महमूद भी शामिल हुए थे.
जबकि पाकिस्तान की ओर से सुरक्षा के नाम पर पिछले कुछ सालों से पाक के गुरुद्वारों में भारतीय अधिकारियों को जाने की अनुमति नहीं दी गई है. लेकिन इस संबंध में सूत्रों का कहना है कि भारतीय अधिकारियों के रोक की असल वजह इन गुरुद्वारों में भारत विरोध गतिविधियां रची जा रही हैं और वहां भारत के विरोध में पोस्टर लगाए गए हैं.
पाकिस्तान की कोशिश है कि भारत से आने वाले सिख श्रद्धालुओं को भारत के खिलाफ भड़काया जाए. खुफिया सूत्रों का कहना है कि इस मामले में पाकिस्तान जमकर समर्थन कर रहा है.
नई दिल्ली में पाक हाई कमिशन की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि हाल के दिनों में बाबा गुरु नानक की जयंती पर आयोजित समारोह में सिख यात्रियों के हिस्सा लेने के लिए बड़ी संख्या में वीजा जारी किया गया है. दोनों देशों के बीच आपसी रजामंदी है और हमने 3 हजार से ज्यादा वीजा जारी किया.
भारत अपने देश में पाकिस्तानी श्रद्धालुओं को धार्मिक मकसद से आने की अनुमति देता है, जबकि पाकिस्तान इन धार्मिक यात्राओं को अपने पक्ष में इस्तेमाल करने की साजिश रच रहा है और ननकाना साहिब में भारतीय अधिकारियों के प्रवेश पर पाबंदी इस ओर इशारा करती है. क्या पाक सरकार इस बार भारतीय अधिकारियों को ननकाना साहिब में जाने की अनुमति देगी.