
ग्लोबल हंगर इंडेक्स ने मंगलवार को 2016 की रैंकिंग जारी की, इस रैंकिंग के मुताबिक भारत में स्थिति काफी गंभीर है. 118 देशों में भुखमरी और कुपोषण को ध्यान में रखकर तैयार की जाने वाली इस सूची में भारत 97वें पायदान पर है.
अंग्रेजी अखबार 'द टाइम्स ऑफ इंडिया' के मुताबिक ग्लोबल हंगर इंडेक्स (जीएचआई) में जिन देशों की स्थिति भारत से बेहद खराब है उनमें निजेर, चाड, इथोपिया, सियरा लियोन, अफगानिस्तान और पाकिस्तान भी शामिल हैं. भारत के अन्य पड़ोसी नेपाल, चीन, और बांग्लादेश इस सूची में भारत से बेहतर बताए गए हैं. ये सूची कुपोषित आबादी, 5 से कम उम्र के कुपोषित बच्चे और इसी आयु वर्ग की शिशु मृत्यु दर के आधार पर बनाई जाती है.
इस रिपोर्ट में अलग-अलग देशों में लोगों को मिलने वाले आहार की क्वालिटी और मात्रा को आंका जाता है. इसके जरिए दुनिया भर में भूख को खत्म करने के लिए चलाए जा रहे अभियान की उपलब्धियों और असफलताओं को दर्शाया जाता है. इंटरनेशनल फूड पॉलिसी रिसर्च इंस्टीट्यूट ने इसे शुरू किया था. जर्मन की संस्थान वेल्ट हंगरलाइफ ने इसे वर्ष 2006 में जारी किया था. इस बार से रिपोर्ट को संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावित 2030 के एजेंडे से भी जोड़ा गया है जिसमे 'जीरो हंगर' का लक्ष्य रखा गया है.