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PAK में भारतीय उच्चायुक्त ने कहा- अगले महीने पाकिस्तान से PoK पर बात करेगा भारत

इस्लामाबाद में एक लेक्चर के दौरान राघवन ने कहा कि हिंदुस्तान के मुद्दों में कश्मीर पर भी बात शामिल होगी.

टीसीए राघवन की फाइल फोटो टीसीए राघवन की फाइल फोटो
स्‍वपनल सोनल
  • नई दिल्ली/इस्लामाबाद,
  • 14 दिसंबर 2015,
  • अपडेटेड 11:08 AM IST

भारत-पाकिस्तान सियासी जमीन पर अरसे बाद रिश्तों के नए सुर साधने में जुटे हैं. अगले महीने जहां दोनों देशों के बीच विदेश सचिव स्तर की वार्ता होनी है, वहीं उससे पहले पाकिस्तान में भारतीय उच्चायुक्त टीसीए राघवन ने सोमवार को कहा है कि हिंदुस्तान पाकिस्तान से उसके कब्जे वाली कश्मीर यानी PoK पर भी बात करेगा.

इस्लामाबाद में एक लेक्चर के दौरान राघवन ने कहा कि हिंदुस्तान के मुद्दों में कश्मीर पर भी बात शामिल होगी, जो पाकिस्तान के अवैध कब्जे में है. राघवन ने कहा, 'संयुक्त राष्ट्र में पहला आवेदन भारत ने किया था और यह इस आधार पर था कि भारत में शामिल रहा राज्य का एक हिस्सा अब पाकिस्तानी सेना के अवैध कब्जे में है.'

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उन्होंने राजधानी में बौद्धिक संगठन ‘सेंटर फॉर सिक्योरिटी स्टडीज’ में लेक्चर देते हुए कहा, 'इसलिए जब आप कहते हैं कि भारत क्या बातचीत करने वाला है या क्या चर्चा कर रहा है, आप यदि अधिकतर भारतीयों से पूछते हैं और हमारी स्थिति क्या है तो वाकई यह राज्य का वह हिस्सा है जो अब भी पाकिस्तान के नियंत्रण में है.' राघवन ने कहा कि मोटे तौर पर कश्मीर पाकिस्तान के साथ बातचीत का हिस्सा होगा.

विदेश मंत्री की यात्रा के ठीक बाद आया बयान
राघवन का य‍ह बड़ा बयान विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की पाकिस्तान यात्रा के कुछ दिन बाद आया है, जहां सुषमा ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और विदेश मामलों पर प्रधानमंत्री के सलाहकार सरताज अजीज से बातचीत की थी. पाकिस्तान और भारत के विदेश सचिव अगले महीने दिल्ली में मुलाकात करेंगे और वार्ता के ब्योरे पर काम करेंगे.

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अलगाववादी लगा सकते हैं ग्रहण
दूसरी ओर, दोनों मुल्कों की बातचीत पर अलगाववादियों का ग्रहण लग सकता है. एक ओर पड़ोसी जमीन से जहां आतंकी हाफिज सईद ने फिर से अपनी हिमाकत दिखाते हुए जहर उगलने का काम किया है, वहीं सोमवार को दिल्ली में PAK हाईकमिश्नर से हुर्रियत नेताओं ने मुलाकात की है. हुर्रियत के एक प्रतिनिधि‍मंडल ने करीब डेढ घंटे तक पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित से नई दिल्ली में मुलाकात की है. बताया जाता है कि इस दौरान काफी देर तक कश्मीर पर भी माथापच्ची हुई.

मुलाकात के बाद हुर्रियत नेताओं ने प्रेस रिलीज जारी कर बताया कि पाक उच्चायुक्त के साथ हुई मुलाकात में भारतीय सेनाओं द्वारा कश्मीर में हो रहे मानवाधिकार उल्लंघन और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के पाकिस्तान दौरे पर बातचीत हुई.

गौरतलब है कि पिछले दिनों विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान दौरे के बाद भरोसा जताया था कि भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते सुधरेंगे. इस दौरान दोनों मुल्कों के बीच समग्र वार्ता शुरू करने को लेकर भी सहमति बनी है. स्वराज ने सोमवार को संसद में अपनी इस्लामाबाद यात्रा पर बयान भी दिया है.

मुलाकात तब भी, मुलाकात अब भी
रिश्तों की सुलझती डोर के बीच, दिलचस्प बात यह भी है कि भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर को लेकर पिछली बार एनएसए स्तर की वार्ता इसलिए रद्द हो गई थी कि पाक उच्चायुक्त ने कश्मीर अलगावावादी नेताओं से मुलाकात की थी. वार्ता टूटने के बाद पाक उच्चायुक्त ने बयान दिया था कि अलगाववादियों के साथ बातचीत का वक्त गलत था. जबकि एक बार फिर नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायुक्त ने हुर्रियत नेताओं से मुलाकात की है.

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हाफिज की हिमाकत और जहरीली जुबान
दूसरी ओर, 26-11 के आतंकी हमले के 7 साल बाद जब भारत उन जख्मों को भुलाकर पाकिस्तान के साथ दोस्ती की नई पहल कर रहा है, ऐसे समय में उन जख्मों को आतंकी हाफिज सईद कुरेद कर रहा है. आतंकी ने अपने ताजा बयान में कहा है कि उसके खिलाफ 26-11 के आतंकी हमलों में कोई सबूत नहीं है. जबकि भारत ने तो पांच साल पहले ही पाकिस्तान को सबूतों का एक डोजियर सौंप दिया था.

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