
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह-सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसाबले के सामने इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में मुद्दा था- क्या हिंदुत्व एकजुट है या बंट गया? होसाबले ने कहा कि उन्हें समझ नहीं आता कि हिंदुत्व शब्द से कुछ लोगों को इतनी दिक्कत क्यों है.
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव LIVE देखेंहोसाबले ने दो टूक शब्दों में कहा, 'हम ये नहीं कहते कि आप 'भारत माता कि जय' कहें, लेकिन अगर कोई ये कहता है कि वह नहीं कहेगा तब वह देश विरोधी है.' उन्होंने कहा कि सभी को भारत माता की जय बोलना चाहिए. भारत माता की जय और वंदेमातरम् के नारे संघ ने नहीं दिए. ये नारे स्वतंत्रता सेनानियों ने आजादी की लड़ाई में लगाए थे.
संघ नेता ने यह भी कहा कि मुस्लिमों को यह नहीं सोचना चाहिए कि उन्होंने देश पर शासन किया था तो उन्हें दोबारा राज करना चाहिए. हालांकि उन्होंने यह कहकर मुस्लिमों का बचाव भी किया छत्रपति शिवाजी की सेना में मुस्लिम थे. मुस्लिमों ने भी देश के लिए जान लड़ाई है.
आरएसएस में महिलाओं के न होने के सवाल पर होसाबले ने कहा कि महिलाओं के लिए आरएसएस की अलग समिति है. जब उनसे पूछा कि संघ की एक ही टीम में पुरुष और महिलाएं क्यों नहीं हैं तो उन्होंने कहा कि आप क्रिकेट की एक ही टीम में पुरुष और महिला क्रिकेटरों को क्यों नहीं रखते?
राम मंदिर हमारा सपना
होसाबले ने कहा कि उन्हें इस बात पर गर्व है कि संघ ने देश को दो बेहतरीन प्रधानमंत्री दिए, जो लोगों की बात सुनते हैं. राम मंदिर के सवाल पर उन्होंने कहा, 'राम मंदिर संघ का सपना है. लेकिन इस कोर्ट और सरकार को फैसला लेना है.'
समलैंगिकता क्राइम नहीं: होसाबले
होसाबले ने समलैंगिकता के सवाल पर कहा, 'समलैंगिकता लोगों का निजी मामला है इसलिए आरएसएस को इस पर चर्चा करने की जरूरत नहीं है.' उन्होंने कहा कि समलैंगिकता को जुर्म की तरह नहीं देखना चाहिए और इस पर सजा नहीं होनी चाहिए. हालांकि उन्होंने इसके साथ यह भी कहा कि इससे दूसरों के जीवन पर कोई असर नहीं होना चाहिए.
मुझे अगले साल भी कॉन्क्लेव में बुलाएं: होसाबले
होसाबले ने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि उन्हें पहली बार कॉन्क्लेव में बुलाया गया है और वे अगले साल भी आने के लिए तैयार है. इंडिया टुडे की ग्रुप एडिटोरियल डायरेक्टर (ब्रॉडकास्ट एंड न्यू मीडिया) कली पुरी ने होसाबले को कहा, 'हम संघ नेताओं को कॉन्क्लेव में बुलाने के लिए पिछले पांच साल से प्रयासरत थे. इस साल भी हमने संघ के कॉन्क्लेव की तारीखों को देखकर इंडिया टुडे कॉन्क्लेव का कार्यक्रम तय किया, ताकि तारीखों को लेकर टकराव न हो.'