
राहुल गांधी को हाल ही में कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. इससे पहले उनकी मां और यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी करीब 20 साल तक कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभाल चुकी हैं. लेकिन सोनिया ने बताया कि वो अपने बेटे राहुल के काम में कभी दखल नहीं देती और राहुल अपने अंदाज में काम करने के लिए पूरी तरह स्वतंत्र हैं.
मुंबई में आयोजित इंडिया टुडे कॉन्क्लेव के पहले सत्र में यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने ऐसे कई सवालों के जवाब दिए. इंडिया टुडे ग्रुप के चेयरमैन अरुण पुरी ने जब सोनिया गांधी से पूछा कि आप अपने बेटे को क्या सलाह देती हैं क्योंकि वो कांग्रेस अध्यक्ष भी हैं. इस पर सोनिया ने कहा कि उन्हें (राहुल गांधी) अपनी जिम्मदारी का अहसास है.
सोनिया गांधी ने कहा कि राहुल को अपनी जिम्मेदारी के बारे में पता है. उन्होंने कहा कि आमतौर पर माता-पिता अपने बच्चों के नियंत्रित करने की कोशिश करते हैं लेकिन मेरा मानना है कि उन्हें कभी-कभी स्वतंत्र भी छोड़ देना चाहिए और उनके तरीके से काम करने देना चाहिए. उन्होंने कहा जब राहुल कुछ पूछते हैं तो वो जरूर उनको सलाह देती हैं.
सोनिया से जब पूछा गया कि क्या राहुल के काम करने का अंदाज आपके जैसा ही है क्योंकि आप भी 20 साल पार्टी की अध्यक्ष रही हैं. इस पर सोनिया ने कहा कि सभी के पास काम करने का अपना-अपना अंदाज होता है, राहुल का अपना अंदाज है और मेरा अपना अंदाज था.
सबका अलग-अलग अंदाज
कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी की नीतियां और विचारधारा तय हैं. ऐसे में हमारा जोर है कि पार्टी को कैसे पुनर्जीवित किए जाए. उन्होंने कहा कि पार्टी में युवाओं को जोड़ने के साथ-साथ अनुभवी लोगों को रखना भी जरूरी है. राहुल भी यही मानते हैं और मैं उनकी इस बात से सहमत भी हूं.
क्या 2019 का चुनाव लड़ेंगी?
सोनिया गांधी से सवाल किया गया कि क्या 2019 में वो चुनाव लड़ेंगी या नहीं? इस सवाल के जवाब में सोनिया ने 2019 में चुनाव लड़ने से इनकार नहीं किया. सोनिया ने कहा कि ये पार्टी तय करेगी कि वो चुनाव लड़ेंगी या नहीं. इसका मतलब साफ है कि सोनिया के चुनाव लड़ने का फैसला अब पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को करना होगा.