
बॉलीवुड फिल्मेकर पूजा भट्ट ने 5 अक्टूबर को कोलकाता में आयोजित "इंडिया टुडे कॉनक्लेव ईस्ट 2018" में हिस्सा लिया. पूजा ने यहां महिलाओं पर होने वाले अत्याचारों पर मुखर होकर बातचीत की. पूजा ने कहा, "मैं 23 साल की थी जब मैंने फिल्ममेकर बनने का फैसला लिया, क्योंकि मैं उस काम से बहुत डर गई थी जो मुझे ऑफर किया जा रहा था."
पूजा ने कहा कि निर्देशकों को उनसे ये दिक्कत थी कि मैं स्क्रिप्ट के बारे में पूछने लगती थी और वो कहते थे- महेश भट्ट की बेटी है इसलिए दिमाग खराब है. पूजा ने कहा, "मैंने तमन्ना जैसी फिल्में बनाई हैं. ये फिल्म फ्लॉप हो गई लेकिन इसके लिए मुझे नेशनल अवॉर्ड मिला. इसके बाद मैंने दुश्मन बनाई, फिर जख्म और जिस्म. इन्होंने बाकियों की तुलना में ज्यादा बिजनेस किया."
उन्होंने कहा कि यहां बात सिर्फ फिल्मों के चुनाव की नहीं है. उस वक्त जब सनी लियोनी को अमेरिकी इंडस्ट्री ने अपनाने से इनकार कर दिया था तब पूजा उसे भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में काम कराना चाहती थी. नतीजा क्या हुआ? सनी लियोनी आज बॉलीवुड का एक नामचीन चेहरा हैं.
पूजा ने कहा, "मैंने सनी लियोनी का परिचय देश से कराया. अमेरिका ने उसे मेनस्ट्रीम सिनेमा में स्वीकार नहीं किया. मैंने मांओं को उनकी बेटियों के साथ सनी के पास आते देखा है और सनी ने मुझे बताया कि यह सब अमेरिका में कभी नहीं हो पाता. वे कभी भी एक एडल्ट स्टार को फिल्मों में स्वीकार नहीं करते, लेकिन भारत ने स्वीकार किया.