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कॉन्क्लेव साउथ 2018: साउथ इंडिया के राज्यों के साथ दौड़ेगी अर्थव्यवस्था: पुरी

अरुण पुरी ने कहा कि आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल, पुंडुचेरी, तमिलनाडु और तेलंगाना की संयुक्त जीडीपी 400 बिलियन डॉलर से अधिक है. यह इन राज्यों को दुनिया की टॉप-30 इकोनॉमी में जगह दिलाती है. इन 6 राज्यों का भारत की जीडीपी में 22 फीसदी योगदान है और देश का कुल 28 प्रतिशत रोजगार इन 6 राज्यों से पैदा होता है.

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राहुल मिश्र
  • नई दिल्ली,
  • 18 जनवरी 2018,
  • अपडेटेड 1:10 PM IST

इंडिया टुडे ग्रुप के चेयरमैन अरुण पुरी ने इंडिया टुडे कॉन्क्लेव साउथ 2018, हैदराबाद की शुरुआत करते हुए वेलकम स्पीच दी. अरुण पुरी ने कहा कि इंडिया टुडे कॉन्क्लेव साउथ 2017, चेन्नई की सफलता के बाद अब इंडिया टुडे कॉन्क्लेव की तर्ज पर इंडिया टुडे कॉन्क्लेव साउथ प्रति वर्ष आयोजित किया जाएगा और कॉन्क्लेव के मंच पर साउथ के राज्यों से मुख्यमंत्री, कारोबारी, कलाकार समेत विज्ञान और टेक्नोलॉजी के दिग्गज शिरकत करेंगे.

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अरुण पुरी ने कहा कि हैदराबाद एक नए राज्य की बेहद पुरानी राजधानी है. तेलंगाना 2014 में अस्तित्व में आया और वह इंडिया टुडे 2017 स्टेट ऑफ स्टेट रिपोर्ट में इकोनॉमी और पर्यावरण और स्वच्छता के क्षेत्र में अव्वल राज्य रहा है. इसके अलावा तेलंगाना विश्व बैंक की ईज ऑफ डूईंग बिजनेस की विश्व बैंक रिपोर्ट 2016 में देश का सबसे अव्वल राज्य रहा. वित्त वर्ष 2016-17 के दौरान तेलंगाना राज्य की जीडीपी में 10.1 फीसदी की ग्रोथ देने में सफल रहा है.

अरुण पुरी ने कहा कि दक्षिण भारत के राज्य हमेशा से ग्रोथ ट्रैजेक्टरी में अग्रणी रहे हैं. इसके साथ ही दक्षिण के राज्यों का इतिहास में रोचक स्थान है. यहां से कई अमीर राज घरानों के बढ़ने के साथ-साथ यह दुनिया की बड़ी आस्था का भी केन्द्र रहा है. पुरी के मुताबिक मौजूदा समय में भी दक्षिण के 6 राज्यों में तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी में तीन को कद्दावर क्षेत्रीय पार्टियां चलाती है, दो में कांग्रेस की सरकार है और एक राज्य में लेफ्ट पार्टी की सरकार है.

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अरुण पुरी ने कहा कि आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल, पुंडुचेरी, तमिलनाडु और तेलंगाना की संयुक्त जीडीपी 400 बिलियन डॉलर से अधिक है. यह इन राज्यों को दुनिया की टॉप-30 इकोनॉमी में जगह दिलाती है. इन 6 राज्यों का भारत की जीडीपी में 22 फीसदी योगदान है और देश का कुल 28 प्रतिशत रोजगार इन 6 राज्यों से पैदा होता है.

2020 तक साउथ इंडिया की इकोनॉमी 1,200 बिलियन डॉलर की हो जाएगी. क्षेत्र में मानव विकास का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है और यह स्पष्ट है कि जितना बेहतर दक्षिण भारत होगा, भारत उतना मजबूत बनेगा.

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