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दिल्ली को इस बार स्थिर सरकार मिल सकती है. आम आदमी पार्टी (AAP) को दिल्ली में पूर्ण बहुमत मिलने के आसार हैं. इंडिया टुडे ग्रुप और सिसेरो के 'फाइनल' ओपिनियन पोल के मुताबिक, 10 फरवरी को घोषित होने वाले चुनाव नतीजों में अरविंद केजरीवाल की पार्टी 38 से 46 सीटें जीतकर स्पष्ट बहुमत ले सकती है. वहीं युद्ध स्तर पर लड़ने के बावजूद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) महज 19 से 25 सीटों पर सिमट सकती है. कांग्रेस का प्रदर्शन इस बार भी बुरा रहने वाला है. उसे तीन से सात सीटें मिलने के आसार हैं. शून्य से दो सीटें निर्दलीय भी जीत सकते हैं. इस ओपिनियन पोल के लिए दिल्ली के 3,972 लोगों से बात की गई.
14 फीसदी बढ़ सकता है AAP का वोट
अगर वोट फीसदी की बात करें तो आम आदमी पार्टी (AAP) को सबसे ज्यादा 43.5 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है. पिछले चुनाव के मुकाबले उसे 14 फीसदी का फायदा होता दिख रहा है. बीजेपी के वोट फीसदी में मामूली सुधार है. उसे 35.5 फीसदी वोट मिलने के आसार हैं जो पिछली बार के मुकाबले 1.4 फीसदी ज्यादा हैं. सबसे ज्यादा 11.5 फीसदी नुकसान कांग्रेस को हो रहा है. उसे सिर्फ 13 फीसदी वोट मिलने के आसार हैं. साफ है कि कांग्रेस के हिस्से के वोट टूटकर AAP के पक्ष में आते दिख रहे हैं.
झुग्गी, ग्रामीण दिल्ली और मध्य वर्ग का वोटर AAP के साथ
किस पार्टी को किस वर्ग का कितना वोट मिल रहा है, हमने इस पर भी लोगों से राय ली. आम आदमी पार्टी को सबसे ज्यादा झुग्गी-बस्ती, ग्रामीण दिल्ली और निम्न आय वर्ग के वोट मिलेंगे. वहीं मध्य वर्ग के वोटरों की भी पहली पसंद AAP है. जबकि इससे पहले दावा किया जा रहा था कि मध्य वर्ग AAP से नाराज है और इस बार वह BJP के साथ है. सिर्फ उच्च आय वर्ग में बीजेपी सबसे ज्यादा लोकप्रिय है. इस ओपिनियन पोल से साफ है कि कांग्रेस के वोट बैंक में AAP ने बड़ी सेंध लगाई है.
(आगे के पन्नों पर देखें, केजरीवाल को कितने फीसदी लोग मानते हैं क्रांतिकारी)
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लोकप्रियता की दौड़ में केजरीवाल ने ली लीड
दिल्ली के ताजा मिजाज के मुताबिक, आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे हैं. उन्हें 44 फीसदी लोग मुख्यमंत्री पद के लिए उपयुक्त मानते हैं.
पिछले ओपिनियन पोल के मुकाबले, केजरीवाल की लोकप्रियता में 3 फीसदी का उछाल आया है. वहीं बीजेपी की सीएम कैंडिडेट किरण बेदी को तीन फीसदी का नुकसान हुआ है. उन्हें 35 फीसदी लोग मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं. वहीं कांग्रेस के अजय माकन के पक्ष में 12 फीसदी लोग हैं. बस थोड़ी ही देर में हम आपको यह भी बताएंगे कि इस बार दिल्ली में किस पार्टी को कितनी सीटें मिलने के आसार हैं.
केजरीवाल पर लोगों की राय
अरविंद केजरीवाल को दिल्ली के लोग किस रूप में देखते हैं? यह सवाल भी हमने दिल्ली वालों के सामने रखा. सबसे ज्यादा 31 फीसदी लोगों ने केजरीवाल को 'क्रांतिकारी' माना है. वहीं 30 फीसदी लोग उन्हें आज भी सरकार छोड़ने की वजह से 'भगोड़ा' मानते हैं. 22 फीसदी लोग उन्हें एक आम 'राजनेता' के रूप में ही देखते हैं, वहीं 11 फीसदी लोग ऐसे हैं जो AAP संयोजक को 'अराजक' मानते हैं.
किरण को CM प्रत्याशी बनाने पर दिल्ली की राय
अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बीजेपी ने किरण बेदी को प्रत्याशी बनाया है. ओपिनियन पोल में हमने इस पर भी दिल्ली वालों की राय ली. सबसे ज्यादा 32 फीसदी लोगों ने माना कि केजरीवाल से लोहा लेने के लिए बीजेपी ने उन्हें चुना है, वहीं 25 फीसदी ने उन्हें पार्टी की पसंद बताया. 16 फीसदी ने कहा कि बीजेपी को मोदी लहर पर भरोसा नहीं रहा, वहीं 14 फीसदी के मुताबिक, बीजेपी के पास मुख्यमंत्री उम्मीदवार के लिए कोई मजबूत चेहरा नहीं था, इसलिए किरण बेदी को लाया गया.
हाल के दिनों में दिल्ली का चुनावी दंगल काफी दिलचस्प हो गया है. केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के लिए यह नाक का सवाल बन गया है तो अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (AAP) अपने राजनीतिक जीवन का संभवत: सबसे अहम चुनाव लड़ रही है. लोकसभा चुनावों में के बाद AAP के भविष्य को लेकर सवाल उठने लगे थे.