
पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए भारत अफगानिस्तान की काबुल नदी पर बांध बनाने के विकल्प पर विचार कर रहा है. इससे काबुल नदी के पानी का इस्तेमाल स्थानीय सिंचाई और बिजली पैदा करने के लिए किया जा सकेगा. इन प्रॉजेक्ट्स के कारण काबुल का पानी अब सीधे पाकिस्तान नहीं जा पाएगा.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दोनों देश पूर्वी अफगानिस्तान की नदियों पर चेनाब नदी जैसे प्रोजेक्ट्स के जरिये इसे मुमकिन बनाने का विकल्प तलाश कर रहे हैं.
अंग्रेजी अखबार 'इकॉनोमिक टाइम्स' के मुताबिक भारत की ज्यादा दिलचस्पी काबुल नदी में इसलिए है क्योंकि इसकी खूबियां कश्मीर की चेनाब नदीं से मिलती जुलती हैं. दोनों नदियों का बहाव 23 मिलियन एकड़ फुट का है. काबुल नदीं का पानी बिना कहीं रुके या इस्तेमाल किए ही सीधे पाकिस्तान पहुंचता है.
उरी हमले के बाद भारत ने चेनाब नदी पर चलने वाले तीन प्रोजेक्ट्स को पास कर दिया है. इससे पहले सिंधु नदी समझौते का हवाला देकर पाकिस्तान इस पर विरोध दर्ज कर रहा था. अफगानिस्तान की मुख्य नदियों काबुल, कुन्नार और चित्रल के पाकिस्तान जाने का मुद्दा कुछ अंतरराष्ट्रीय नियमों में बंधा हुआ है.