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बल्लेबाजी के अनुकूल नजर आ रही पिच पर पांच गेंदबाजों के साथ उतरने के टीम के फैसले का समर्थन करते हुए ऑफ स्पिनर आर अश्विन ने बुधवार को कहा कि बॉलिंग डिपार्टमेंट निश्चित तौर पर यहां एकमात्र टेस्ट के दौरान बांग्लादेश की सपाट पिच पर ऑस्ट्रेलिया के अपने अनुभव का इस्तेमाल करेगा.
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी विराट कोहली की अगुआई वाली टीम ने शिखर धवन (नॉटआउट 150) और मुरली विजय (नॉटआउट 89) की उम्दा पारियों की मदद से बांग्लादेश के गेंदबाजी आक्रमण को ध्वस्त करते हुए बारिश से प्रभावित पहले दिन बिना विकेट खोए 239 रन बनाए.
अश्विन ने कहा कि जब उनकी बारी आएगी तो निश्चित तौर पर भारतीय गेंदबाज मेजबान टीम के गेंदबाजों से बेहतर प्रदर्शन करेंगे, अश्विन ने पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद कहा, 'मुझे लगता है कि यह व्यक्तिगत धारणा है. उन्होंने शायद विकेट को उस तरह देखा जिस तरह देखना चाहते थे और हमने इसे अलग तरह से देखा. हमारे पास ऐसे गेंदबाज हैं जो अगर रिवर्स स्विंग मिली तो 140 किमी प्रतिघंटा से अधिक की गेंदबाजी से हालात का फायदा उठा सकते हैं.'
'ऑस्ट्रेलिया का अनुभव आएगा काम'
अश्विन ने कहा, 'यह इस पर भी निर्भर करता है गेंदबाज कैसी गेंदबाजी कर रहे हैं. हमारे गेंदबाज काफी अच्छे हैं और ऑस्ट्रेलिया में पिछले कुछ महीनों में उन्होंने काफी कुछ सीखा है. हमें खुद पर विश्वास है और हम अपने सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों को खिलाने की कोशिश कर रहे हैं. मुझे लगता है कि हर टीम ऐसा करती है, अपने सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों को खिलाती है. मौसम ने पहले ही दिन खलल डाला जिसके कारण सिर्फ 56 ओवर की गेंदबाजी हो पाई.'
अश्विन ने कहा कि जो चीजें कंट्रोल में हैं उन्हें नियंत्रित रखने के लिए भारत अपना बेस्ट करेगा. उन्होंने कहा, 'जहां तक मुझे नजर आता है, क्रिकेट ऐसा खेल है जिसमें आप अगर ऐसी चीजों को भी नियंत्रित करने की कोशिश करोगे जिसे नियंत्रित कर सकते हो तो भी यह काफी मुश्किल है. आप मौसम को नियंत्रित नहीं कर सकते, यह हमारी पहुंच में नहीं है और हम अपना बेस्ट कर रहे हैं.'
'पांच गेंदबाजों को खिलाने का फैसला सही'
अश्विन ने कहा, 'हम पांच गेंदबाज खिला रहे हैं और अपना बेस्ट संभव नतीजा हासिल करने की कोशिश करेंगे. अगर समय मिला और अगर हमने अच्छी गेंदबाजी की और हमें विकेट से मदद मिली और भाग्य ने साथ दिया जो हम नतीजा हासिल कर सकते हैं.'
अश्विन ने सलामी बल्लेबाजों की भी तारीफ की जिन्होंने सतर्कता और आक्रामकता के मिश्रण के साथ दिन में 4.26 रन प्रति ओवर की गति से रन बनाए. उन्होंने कहा, 'हमारे बल्लेबाज काफी हद तक इसी तरह बल्लेबाजी करते हैं. शिखर आम तौर पर अपना स्वाभाविक खेल खेलता है और विजय लय में आ चुका है. इस मैच में ऐसा ही हुआ. उन्होंने इस प्रदर्शन के लिए अलग से कोई प्रयास नहीं किया.'
'दर्शकों को चौके छक्के देखना ही पसंद'
अश्विन ने साथ ही सपाट बल्लेबाजी पिच तैयार करने के मेजबान टीम के फैसले का भी बचाव किया. उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि वे इसी तरह का क्रिकेट खेलते हैं और इसे देखने के लिए ही दर्शक मैदान पर आते हैं. अगर आप दुनिया भर में टेस्ट या वनडे क्रिकेट को देखें तो यह काफी हद तक बल्लेबाजों के पक्ष में है. आप और यहां तक कि अगर मैं भी दर्शक हूं तो मैं बल्लेबाज को छक्के और चौके जड़ते देखने के लिए आऊंगा. खेल इसी दिशा में आगे जा रहा है और हमें यह स्वीकार करने की जरूरत है और इसी के साथ जीना होगा.'
अश्विन ने कहा, 'इसके अलावा कोई भी टीम ऐसा विकेट तैयार करने की कोशिश नहीं करेगी जो उनके अनुकूल नहीं हो. आप यहां हरा विकेट तैयार करके यह देखना नहीं चाहेंगे कि सब कुछ कैसे होता है. यह अपने मजबूत पक्ष और जो खेल हम खेलना चाहते हैं उससे जुड़ा है. घरेलू और विरोधी के मैदान पर टेस्ट मैच ऐसे ही खेला जाता है. इसलिए यह हैरानी भरा नहीं है.'
'भज्जी और मैं अलग अलग ऑफ स्पिनर'
अपने और टीम में वापसी कर रहे हरभजन सिंह के साथ प्रतिद्वंद्विता पर अश्विन ने कहा कि वे दो अलग ऑफ स्पिनर हैं जिनमें मजबूत और कमजोर पक्ष अलग अलग हैं. उन्होंने कहा, 'ईमानदारी से कहूं तो हम दो अलग तरह के ऑफ स्पिनर हैं. वह काफी अनुभवी है और वह टीम में नया आयाम लेकर आएगा.
लेकिन साथ ही मेरा ध्यान मेरे खेल पर है. मैं अपना बेस्ट करने की कोशिश करूंगा. हम अलग तरह के गेंदबाज हैं. हम दोनों अलग गति के साथ गेंदबाजी करते हैं और हमारे मजबूत और कमजोर पक्ष भी अलग अलग हैं. इसलिए हम एक दूसरे का साथ देने की कोशिश करेंगे और अपनी योजना के साथ काम करेंगे.'
'किसी ना किसी को तो बाहर बैठना पड़ता है'
चेन्नई में जन्में अश्विन ने चेतेश्वर पुजारा को प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं देने के टीम प्रबंधन के फैसले का भी समर्थन किया. उन्होंने कहा, 'अंत में आपको 15 सदस्यीय टीम में से चार खिलाड़ियों को बाहर बैठाना होता है. अतीत में मुझे भी बाहर बैठना पड़ा है. अलग अलग समय पर अलग अलग लोगों को बाहर बैठना पड़ा है. इसलिए आप सहानुभूति हासिल करने के लिए इसका इस्तेमाल नहीं कर सकते. खेल इस तरह नहीं चलता.' अश्विन ने कहा, 'मैं कठोर होने की कोशिश नहीं कर रहा लेकिन मैं सच कह रहा हूं. सच कड़वा होता है और दुर्भाग्य से आज पुजारा को बाहर बैठना पड़ा और शायद कल वह खेल सकता है.'
इनपुटः भाषा