
स्टार भारतीय मुक्केबाज विजेंदर सिंह (75 किग्रा) को शनिवार से शुरू हो रही लंदन ओलंपिक की पुरुष मुक्केबाजी स्पर्धा में कड़ा ड्रा मिला है. बीजिंग ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले विजेंदर अपने अभियान की शुरुआत कजाखिस्तान के दानाबेक सुझानोव के खिलाफ करेंगे.
चार साल पहले बीजिंग में कांस्य पदक जीतकर भारतीय मुक्केबाजी को विश्व मानचित्र में पहचान दिलाने वाले भिवानी के मुक्केबाज विजेंदर अपने तीसरे ओलंपिक में हिस्सा ले रहे हैं और उनकी नजरें बीजिंग के अपने पदक में सुधार करने पर टिकी हैं.
मुक्केबाजी स्पर्धा का आयोजन यहां एक्सेल एरेना में किया जाएगा जिसमें युवा मुक्केबाज शिव थापा (56 किग्रा) अपने अभियान की शुरुआत मैक्सिको के ऑस्कर वाल्डेज फियरो के खिलाफ करेंगे.
विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता विकास कृष्ण (69 किग्रा) को तीसरी वरीयता दी गई है और वह बाई हासिल करने वाले एकमात्र भारतीय मुक्केबाज हैं.
पांच बार की विश्व चैंपियन एमसी मैरीकोम (51 किग्रा) पांच अगस्त को ओलंपिक में पदार्पण कर रही महिला मुक्केबाजी स्पर्धा में अपने अभियान की शुरुआत पोलैंड की कैरोलीना मिशेलचुक के खिलाफ करेंगी.
मुख्य मुक्केबाजी कोच जीएस संधू ने कहा, ‘ड्रा काफी कड़ा है. हमारे मुक्केबाजों की अच्छी फॉर्म के कारण हम अच्छे प्रदर्शन की दुआ कर रहे हैं.’
विजेंदर दुनिया के पूर्व नंबर एक खिलाड़ी और विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता हैं जबकि 18 वर्षीय शिवा ने एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर में स्वर्ण पदक जीता था और इन दोनों पर भारत की पदक की उम्मीदों का काफी दारोमदार है.
भारत की ओर से ओलंपिक खेलों में पहली बार आठ मुक्केबाज हिस्सा ले रहे हैं जिसमें सात पुरुष और एक महिला मुक्केबाज है.