
इराक में सुन्नी आतंकियों के चंगुल से रिहा हो चुकी सभी 46 भारतीय नर्सें पूरी तरह सुरक्षित हैं और वे शनिवार सुबह कोच्चि पहुंच जाएंगी. भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि इन नर्सों समेत कुल 70 भारतीय इराक से स्वदेश रवाना हो चुके हैं.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि इराक से इन भारतीयों को लेकर एयर इंडिया का विमान पहले कोच्चि पहुंचेगा. नर्सों को उतारने के बाद विमान फिर दिल्ली आएगा. उन्होंने कहा कि इराक में हालात कठिन हैं, पर हमारा प्रयास जारी है. उन्होंने कहा कि भारत अपनी ओर से कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेगा.
प्रवक्ता ने कहा कि हालात धीरे-धीरे अच्छे होंगे, हमें थोड़ा और इंतजार करना चाहिए. वक्त के साथ सारे अनसुलझे सवालों के जवाब मिल जाएंगे. उन्होंने कहा कि तथ्य जाने बिना किसी तरह की अटकलें लगाना ठीक है.
इससे पहले, केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने कहा कि सुन्नी आतंकवादियों द्वारा रिहा की गईं 46 भारतीय नर्सें शनिवार को अपने गृह राज्य लौट आएंगी. उन्होंने कहा कि विमान में केंद्र व केरल सरकार के एक-एक अधिकारी मौजूद रहेंगे.
नर्सें ईर्बिल में विमान पर सवार हो चुकी हैं. वे भारत लौट रही हैं. कुर्दिस्तान की राजधानी ईर्बिल मोसुल से 60 किलोमीटर दूर है. नर्सों को गुरुवार रात तिकरित के अस्पताल से मोसुल ले जाया गया था.
दिल्ली में मौजूद चांडी ने बताया कि मौजूदा सफलता केरल सरकार और केंद्र सरकार के प्रयासों की वजह से मिली है. चांडी ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से सुबह मुलाकात करने के बाद नर्सों की सुरक्षित वापसी की उम्मीद जाहिर की. उन्होंने संवाददाताओं को इससे पहले कहा था कि मुझे हमारी नर्सों के इराक से वापस आने की पूरी उम्मीद है.
गौरतलब है कि गुरुवार को हथियारबंद आतंकवादी, नर्सों को बस में बिठाकर तिकरित से मोसुल ले गए थे. शुक्रवार सुबह उन्हें केरल में मौजूद उनके परिवार से बातचीत की इजाजत दी गई थी और भोजन दिया गया था.