
भारतीय रेल में रोजाना ऑस्ट्रेलिया की पूरी आबादी के बराबर यानी लगभग 2 करोड़ 30 लाख से ज्यादा यात्री सफर करते हैं लेकिन इस पर भी देश की आबादी का एक बड़ा हिस्सा है जिसने अभी तक ट्रेन में पैर तक नहीं रखा.
रेल मंत्री सदानंद गौड़ा ने लोकसभा में मंगलवार को अपना पहला रेल बजट पेश करते हुए यह जानकारी दी. उन्होंने कहा, भारतीय रेल इस महाद्वीप के 7172 से अधिक स्टेशनों को जोड़ते हुए प्रतिदिन 12617 गाडि़यों में 2 करोड़ 30 लाख से ज्यादा यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाती है. यह प्रतिदिन ऑस्ट्रेलिया की संपूर्ण आबादी को ढोने के बराबर है.
उन्होंने कहा कि इस तथ्य के बावजूद एक सचाई यह भी है कि जहां हम प्रतिदिन 2 करोड़ 30 लाख यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाते हैं वहीं अभी भी काफी जनता ऐसी है जिन्होंने अभी तक रेलगाड़ी में पैर तक नहीं रखा है.
उन्होंने बताया कि भारतीय रेल 7421 से अधिक मालगाड़ियों में प्रतिदिन लगभग 30 लाख टन माल ढोती है. गौड़ा ने बताया कि इस तरह भारतीय रेल चीन, रूस, अमेरिका के उस चुनिंदा क्लब में शामिल हो गयी है जो एक अरब टन से अधिक माल ढुलाई करती है.
उन्होंने कहा कि भारतीय रेल व्यावहारिक रूप से सभी की ढुलाई करती है और यह किसी भी वस्तु को ना नहीं करती है, बशर्ते उसे माल डिब्बे में ढोया जा सके. रेल मंत्री ने कहा कि इसके अलावा सबसे महत्वपूर्ण यह है कि भारतीय रेल रक्षा संगठन की आपूर्ति सीरीज की रीढ़ बनकर राष्ट्र की सुरक्षा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है.