Advertisement

Indian Railways:ट्रेन की पटरी पर अब दौड़ेगी रेलवे की साइकिल, जानें कीमत और खूबियां

Railways introduced Rail Bicycle: भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने ट्रेन की पटरियों पर दौड़ने वाली साइकिल बनाई है, जिसका प्रयोग रेलवे ट्रैक के इंस्पेक्शन और पटरियों की मरम्मत के लिए किया जाएगा. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्विटर पर रेल साइकिल (Rail Bicycle) का वीडियो शेयर किया है.

IRCTC, Indian Railways introduced Rail Bicycle IRCTC, Indian Railways introduced Rail Bicycle
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 03 अगस्त 2020,
  • अपडेटेड 2:50 PM IST

  • 15 किलेामीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकेगी रेलवे की साइकिल
  • रेल साइकिल पर दो लोग हो सकते हैं सवार, ट्रैक का इंस्पेक्शन आसान

भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने ट्रेन की पटरियों पर दौड़ने वाली साइकिल बनाई है, जिसका प्रयोग रेलवे ट्रैक के इंस्पेक्शन और पटरियों की मरम्मत के लिए किया जाएगा. उत्तर पश्चिम रेलवे के अजमेर डिवीजन के सीनियर डिवीजनल इंजीनियर पंकज सोइन के माइंड में रेल साइकिल (Rail Bicycle) बनाने का आइडिया आया. जिसके बाद इसे बनाया गया.

Advertisement

रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीटर के जरिए रेल साइकिल का वीडियो शेयर किया है. जिसके मुताबिक रेल साइकिल का वजह महज 20 किलो है, जिसे आसानी से उठाया भी जा सकता है. साइकिल के आगे के पहिए से लंबा पाइप जुड़ा हुआ है. इस पाइप में लोहे का छोटा पहिया लगा हुआ है, जो पटरी पर एक तरफ चलेगा. दूसरे तरफ की पटरी के लिए भी दो पाइप हैं. इसमें भी लोहे का पहिया लगाया गया है, वह दूसरी पटरी पर चलेगा.

साइकिल को बनाने में रेल कार्ट के दो पुराने पहिये और लोहे के दो पाइपों का उपयोग हुआ है. इससे ट्रैक पर साइकिल का बैलेंस बना रहेगा और पटरी से गिरने का खतरा नहीं होगा. इस साइकिल से गैंगमैन और ट्रैकमैन आसानी से ट्रैक का इंस्पेक्शन करके रेल की पटरी की मरम्मत कर सकते हैं.

Advertisement

रेलवे के मुताबिक इस रेल साइकिल पर दो व्यक्ति बैठ सकते हैं. इसकी औसत गति 10 किलोमीटर प्रति घंटा है. हालांकि रेल साइकिल को अधिकतम 15 किलेामीटर प्रति घंटे की रफ्तार से भी चलाया जा सकता है. रेलवे के मुताबिक इस रेल साइकिल को सिर्फ 5000 रुपये में तैयार किया गया है, जिसमें पुरानी साइकिल की कीमत भी शामिल है.

बता दें कि वर्तमान में गैंगमैन व ट्रैकमैन रेल की पटरियों में आई खराबी को दुरुस्त करने के लिए कई किलोमीटर पैदल चलते और इंस्पेक्शन करते हैं. उसके बाद पटरी की खराबी हो सही किया जाता है. रेल साइकिल की मदद से खामी को कम समय में दुरुस्त किया जा सकेगा.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement