
कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में पूरा देश एकजुट होकर मदद के लिए हाथ बढ़ा रहा है. भारतीय रेलवे एक तरफ जहां सुरक्षा के नियमों का पालन करते हुए प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाने में अहम भूमिका निभा रहा है तो वहीं कोरोना मरीजों के इलाज में मदद के लिए आगे आया है.
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए रेलवे ने आइसोलेशन ट्रेनों को तैयार किया है, जिसमें कोरोना मरीजों का इलाज किया जा सकेगा. दरअसल, रेलवे ने कोरोना मरीजों को आइसोलेट करने के लिए ट्रेन के डिब्बों को विशेष रूप से तैयार किया है. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को ट्वीट कर जानकारी दी कि रेलवे ने 10 आइसोलेशन कोच वाली एक स्पेशल ट्रेन दिल्ली सरकार को मुहैया करा दी है.
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बता दें कि रेलवे ने बहुत दिन पहले ही कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए आइसोलेशन कोच तैयार कर लिए थे, लेकिन अभी तक किसी राज्य ने इनकी डिमांड नहीं की थी. इसलिए ये कोच हजरत निजामुद्दीन और नई दिल्ली समेत दिल्ली डिविजन के अलग-अलग डिपो में रखे गए थे. अब दिल्ली सरकार की मांग पर रेलवे ने पहले से तैयार 10 कोच की एक स्पेशल ट्रेन दिल्ली के कोरोना मरीजों को आइसोलेट करने के लिए दे दी है.
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आइसोलेशन कोच वाली इस ट्रेन में 160 बेड की व्यवस्था है. फिलहाल आइसोलेशन कोच वाली इस ट्रेन को शकूरबस्ती रेलवे स्टेशन के पास तैनात किया गया है. गौरतलब है रेलवे ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की सलाह के मुताबिक, कोविड-19 के मरीजों की देखभाल के लिए 5,231 डिब्बों को तैयार किया है. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक इन डिब्बों को देश भर के 215 रेलवे स्टेशनों पर यार्ड में रखा गया है, जिन्हें आवश्यकता के अनुसार इस्तेमाल किया जा सकेगा.
रेलवे ने चलाईं 4155 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें, 80% यूपी-बिहार के लिए
रेलवे ने एक मई से अब तक 4155 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई हैं. जिनसे 57 लाख से अधिक प्रवासी यात्रियों को उनकी मंजिल तक पहुंचाया जा चुका है. रेल मंत्रालय के मुताबिक अब चल रही ट्रेनें किसी भी यातायात संबंधी भीड़भाड़ का सामना नहीं कर रही हैं. इन श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के अलावा रेलवे 15 जोड़ी राजधानी स्पेशल ट्रेनें भी चला रहा है. साथ में भारतीय रेल 200 अन्य ट्रेनों का संचालन भी कर रहा है. रेलवे का कहना है कि करीब 80 फीसदी श्रमिक स्पेशल ट्रेनें अलग-अलग राज्यों से सिर्फ उत्तर प्रदेश और बिहार के लिए रवाना हुई हैं.