Advertisement

सऊदी में फैमिली टैक्स के बोझ की वजह से परिवार को वापस भेज रहे हैं भारतीय

सऊदी अरब में एक नियम लागू हुआ है, जिसमें वहां पर काम करने वालों लोगों को फैमिली वीज़ा दिया जाता है ये उनको मिलता है जो कि 5000 रियाल (86000 रुपये) पर महीना कमा रहे हो

सऊदी अरब में भारतीयों के लिए मुश्किल सऊदी अरब में भारतीयों के लिए मुश्किल
मोहित ग्रोवर/रोहिणी स्‍वामी
  • सऊदी अरब,
  • 21 जून 2017,
  • अपडेटेड 2:18 PM IST

सऊदी अरब में रह रहे भारतीयों को आने वाली 1 जुलाई से अपनी जेब ढीली करनी पड़ सकती है. ऐसा इसलिए क्योंकि वहां की सरकार ने सभी भारतीयों पर अतिरिक्त टैक्स लगाने की बात कही है, इसके तहत भारतीयों के साथ रह रहे आश्रित लोगों पर प्रति व्यक्ति 100 रियाल टैक्स (1760 रुपए) हर माह लगाया जाएगा. इसका असर वहां रह रहे लगभग 41 लाख भारतीयों पर पड़ेगा.

Advertisement

अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, सरकार के इस कदम के बाद कई भारतीय वहां से अपने साथियों और परिवारजनों का वापिस भारत भेजने की तैयारी कर रहे हैं. वहां रह रहे भारतीय मोहम्मद ताहिर ने कहा कि मेरे कई जान-पहचान वाले साथी जल्द ही हैदराबाद वापसी कर सकते हैं. क्योंकि वह इस अतिरिक्त आर्थिक बोझ को झेलने में सक्षम नहीं है.

क्या है सरकार का नियम?
दरअसल, सऊदी अरब में एक नियम लागू हुआ है, जिसमें वहां पर काम करने वालों लोगों को फैमिली वीज़ा दिया जाता है ये उनको मिलता है जो कि 5000 रियाल (86000 रुपये) पर महीना कमा रहे हो. वहीं इसके तहत एक व्यक्ति अपनी पत्नी और दो बच्चों को साथ रख सकता है जिसके लिए उन्हें 5100 रुपये प्रति माह टैक्स देना पड़ता है.

Advertisement

क्या है बदलाव?
इस टैक्स को बढ़ाकर 2020 तक 100 रियाल प्रति माह किया जा सकता है, जिसका मतलब व्यक्ति को अपने परिवार के लिए हर माह 400 रियाल रुपये देने होंगे. वहीं अगर परिवार के हिसाब से देखें तो अगर एक व्यक्ति के साथ उसकी पत्नी और दो बच्चें रहते हैं तो उसे हर साल 3600 यानि 62,000 रुपये रियाल एडवांस में ही देने होंगे.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement