Advertisement

इंडोनेशिया विमान हादसे में भारतीय पायलट समेत सभी 189 यात्रियों की मौत की आशंका

उड़ान के 13 मिनट बाद ही विमान दुर्घटनाग्रस्त होकर समुद्र में गिर गया. इससे पहले विमान में खराबी की शिकायत की गई थी. अफसरों का दावा है कि विमान को ठीक कर उड़ने दिया गया था.

प्लेन क्रैश के बाद बचाव अभियान बड़े पैमाने पर चलाया जा रहा. (फोटो रॉयटर्स) प्लेन क्रैश के बाद बचाव अभियान बड़े पैमाने पर चलाया जा रहा. (फोटो रॉयटर्स)
अमित राय
  • ,
  • 29 अक्टूबर 2018,
  • अपडेटेड 8:39 PM IST

जकार्ता से उड़ान भरने के 13 मिनट बाद क्रैश हुए इंडोनेशियाई लॉयन एयर के विमान में सवार सभी 189 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों के मारे जाने की आशंका है. बचाव अधिकारियों ने कहा कि उन्हें मानव अवशेष मिले हैं. रातभर सर्च ऑपरेशन जारी रहेगा. इस बीच भारतीय दूतावास ने जानकारी दी है कि हादसे में भारतीय कैप्टन भव्य सुनेजा की भी मौत हो गई है. सुनेजा दिल्ली के रहने वाले थे. उन्होंने मयूर विहार के एल्कॉन पब्लिक स्कूल से पढ़ाई की थी. उन्होंने कुछ दिन पहले ही लॉयन एयर से गुजारिश की थी उन्हें दिल्ली में पोस्टिंग दी जाए.  

Advertisement

बचाव और तलाशी एजेंसी के परिचालन निदेशक बांबांग सूर्यो अजी ने संवाददाताओं से कहा कि मेरा अनुमान है कि कोई नहीं बचा क्योंकि जिन लोगों के शरीर हमें मिले हैं, वे महफूज नहीं हैं और कई घंटे होने के चलते पूरी आशंका है कि 189 लोग मारे गये. अधिकारियों ने कहा कि मौके पर करीब 150 बचावकर्मी हैं जिनमें 40 गोताखोर हैं. विमान के अवशेष पानी में 30 - 40 मीटर अंदर तक चले गये.

6000 घंटे विमान उड़ाने का अनुभव था भव्य को

कैप्टन सुनेजा और सह-पायलट हरविनो विमान उड़ा रहे थे. हालांकि चालक दल के 6 सदस्य थे जिनमें 3 प्रशिक्षु थे. एक टेक्नीशियन भी विमान में सवार था. रिपोर्ट्स के मुताबिक 31 वर्षीय सुनेजा को उड़ान के 6000 घंटों का अनुभव था, वहीं सह-पायलट को 5000 से ज्यादा घंटे की उड़ान का अनुभव था. कैप्टन सुनेजा जकार्ता में रहते थे लेकिन मूल रूप से दिल्ली के रहने वाले थे. उन्होंने मयूर विहार के एल्कॉन पब्लिक स्कूल से पढ़ाई की थी.

Advertisement

सुनेजा के लिंक्डइन प्रोफाइल के मुताबिक, वह मार्च 2011 से लॉयन एयर में काम कर रहे थे। इससे पहले वह सितंबर से दिसंबर 2010 तक एमिरेट्स एयरलाइन में प्रशिक्षु पायलट थे.

जकार्ता में भारतीय दूतावास ने ट्वीट किया कि क्राइसिस सेंटर के साथ दूतावास संपर्क में है और हर संभव सहायता के लिए तालमेल कर रहे हैं. एयरलाइन ने एक बयान में कहा है कि विमान में 178 वयस्क यात्री, एक बच्चा और 2 नवजात थे.

विमान में गड़बड़ी थी

विमान जकार्ता से पंगकल पिनांग जा रहा था. विमानन कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने दावा किया है कि दुर्घटनाग्रस्त होकर गिरे  इंडोनेशियाई लॉयन एयर के विमान में तकनीकी गड़बड़ी थी और इसी वजह से उसे मरम्मत के लिए कुछ देर खड़ा कर दिया गया था। कंपनी के अधिकारी एडवर्ड सिरैट ने एएफपी से कहा कि बाली में उसकी मरम्मत की गई और फिर वह जकार्ता के लिए उड़ा. उन्होंने बताया कि सोमवार को जकार्ता में अभियंताओं को नोट मिला और उन्होंने उसके उड़ने से पहले एक बार फिर उसकी मरम्मत की. अधिकारी ने दावा किया कि यह किसी विमान के लिए सामान्य प्रक्रिया है. हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि विमान में गड़बड़ी क्या थी.

अचानक 2000 फीट नीचे आ गया विमान

Advertisement

इंडोनेशिया के आपदा प्रबंधन बोर्ड के प्रमुख सुतोपो पुरवो नुग्रोहो ने ट्वीट कर कहा, "कारावांग के समुद्र में दुर्घटनाग्रस्त हुए लॉयन एयर के कई टुकड़े बरामद किए गए हैं.  ये विमान JT610 था, जिसने सुबह 6.20 बजे उड़ान भरी थी, इसे 7.20 पर लैंड करना था. हालांकि, 6.33 पर ही ये क्रैश हो गया. यह विमान दो महीने पहले ही लॉयन एयर को मिला था. विमान का संपर्क जिस समय टूटा उस दौरान अचानक उसकी ऊंचाई में करीब 2000 फीट की कमी आई.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement