
इमरजेंसी के दौर को दिखाती मधुर भंडारकर की फिल्म 'इंदु सरकार' को लेकर विवाद बहुत बढ़ गया है. कांग्रेस पार्टी का कहना है कि इस फिल्म के जरिए कांग्रेस पार्टी की छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है. हालांकि फिल्म को बीजेपी का सपोर्ट मिल रहा है.
2002 गुजरात दंगों पर भी फिल्म बननी चाहिए
इसी मसले पर सोमवार को कांग्रेस ने पूछा कि क्या बीजेपी इसी तरह सपोर्ट करेगी अगर 2002 में हुए गुजरात दंगे में प्रधानमंत्री मोदी के कथित रोल पर फिल्म बनाई जाएगी.
इंदु सरकार की रिलीज पर संकट, फिल्म को बैन करने के लिए पुणे में याचिका दायर
कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने ANI से कहा- अगर कल मैं 2002 के गुजरात दंगों ने प्रधानमंत्री की भूमिका पर फिल्म बनाऊं या शाहबुद्दीन पर बनाऊं, तो क्या मुझे बीजेपी से इसी तरह का सपोर्ट मिलेगा? तब क्या आरएसएस और एबीवीपी के गुंडे ऐसी फिल्म को रिलीज होने देंगे? क्या सेंसर बोर्ड इसे पास करेगी? अगर वो फिल्म बनने देंगे तो हमें ऐसी फिल्म जल्द बनानी चाहिए.
बता दें कि 'इंदु सरकार' में इंदिरा गांधी, संजय गांधी और वरिष्ठ कांग्रेस के नेताओं को जिस तरह से दिखाया गया है, कांग्रेस उसका विरोध कर रही है.
फिल्म की रिलीज को रोकने के लिए याचिका दायर
संजय गांधी को अपना पिता कहने वाली प्रिया सिंह पॉल ने बॉम्बे हाई कोर्ट में याचिका दायर कर इस फिल्म की रिलीज पर रोक की अपील की है. प्रिया का कहना है कि फिल्म के ट्रेलर में संजय गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरास गांधी की गलत इमेज को दिखाया गया है.
मधुर भंडारकर ने क्या कहा
मधुर भंडारकर ने इस पूरे विवाद पर कहा है कि यह कोई डॉक्यूमेंट्री नहीं है बल्कि पूरी तरह से काल्पनिक फिल्म है. मधुर ने कहा- यह विवाद पूरी तरह से गलत है. मैंने एक फिल्ममेकर के तौर पर यह फिल्म बनाई है. मैं कह रहा हूं कि 70% फिल्म काल्पनिक है और 30% सच है. सच्चाई भी उनपर बनी किताबों और डॉक्यूमेंट्रीज पर आधारित है. कांग्रेस फिल्म को रिलीज से पहले देखना चाहती हैं. मुझे समझ नहीं आ रहा कि ऐसा आखिर वो क्यों चाहते हैं? मेरी फिल्म को सेंसर में पास होने दीजिए और जब वो रिलीज हो जाए तो आप जाकर देख लीजिएगा.
कांग्रेस ने किया विरोध, ऐसे जवाब देने उतरी फिल्म 'इंदु सरकार' की टीम
सेंसर बोर्ड ने 12 कट के बाद फिल्म को U/A सर्टिफिकेट दे दिया है. कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने सीबीएफसी चीफ पहलाज निहालानी को चिट्ठी लिख सेंसर होने से पहले फिल्म को देखने की इच्छा जताई थी.
ट्रेलर लॉन्च से ही हो रहा है विरोध:
गौरतलब है कि फिल्म के ट्रेलर लॉन्च के बाद से ही फिल्म को देशभर में काफी विरोध झेलना पड़ रहा है. ये विरोध इतना ज्यादा है कि लीगल नोटिस से लेकर, पुतला फूंकने तक मधुर भंडारकर को काफी विरोध का सामना करना पड़ रहा है.
पुणे और नागुपर में हो चुका है विरोध:
बता दें कि 16 जुलाई को फिल्म की प्रमोशन के लिए पूरी स्टारकास्ट पुणे पहुंची थी लेकिन स्टारकास्ट के वहां पहुंचने से पहले ही कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ता वहां पहुंच गए. वह मधुर भंडारकर से मिलने की बात करने लगे जिसके बाद सुरक्षा कारणों से प्रेस कॉन्फ्रेंस को टाल दिया गया.
संजय गांधी की 'बेटी' ने 'इंदु सरकार' पर उठाए सवाल, कहा झूठी है फिल्म
कुछ ऐसा ही हाल नागपुर में भी हुआ था. वहां भी प्रेस कॉन्फ्रेस के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया था. बता दें कि फिल्म 28 जुलाई 2017 को रिलीज होगी.