
सोमवार को भारतीय विमान वाहक पोत आईएनएस विराट रिटायर हो रहा है. विराट 30 वर्षों तक सेवा देने के बाद रिटायर हो रहा है. बताया जा रहा है कि रिटायरमेंट के बाद 'आईएनएस विराट' को बिक्री के लिए खोल दिया जाएगा.
नहीं बिका तो टूटेगा विराट
बताया जा रहा है कि अगर अगले 4 माह में आईएनएस विराट को कोई खरीदार नहीं मिला तो विराट को तोड़ने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी और इस तोड़ दिया जाएगा.
गौरतलब है कि आईएनएस विराट उन्नत किस्म का दूसरा विमान वाहक पोत है, जिसने भारतीय नौसेना में 30 वर्ष तक सेवा दी है और इससे पहले उसने ब्रिटेन के रॉयल नेवी में 25 वर्षों तक सेवा दी. इसका ध्येय वाक्य 'जलमेव यस्य, बलमेव तस्य' थ. जिसका मतलब होता है जिसका समंदर पर कब्जा है वही सबसे बलवान है.
INS विक्रांत पहले ही हटाया गया
आईएनएस विराट को सेवा से हटाए जाने के बाद हमारे पास दो विमान वाहक पोत कम हो जाएंगे क्योंकि आईएनएस विक्रांत को पहले ही सेवा से हटाया जा चुका है.
1987 से सेवा दे रहा है INS विराट
एचएमएस हर्मीस के नाम से पहचाने जाने वाला पोत 1959 से रॉयल नेवी की सेवा में था. 1980 के दशक में भारतीय नौसेना ने इसे साढ़े छह करोड़ डॉलर में खरीदा था और 12 मई 1987 को सेवा में शामिल किया.
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल
आईएनएस विराट का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल है. ये दुनिया का एकलौता ऐसा जहाज है जो इतना बूढ़ा होने के बाद भी इस्तेमाल किया जा रहा था और बेहतर हालत में था. इसे 'ग्रेट ओल्ड लेडी' के नाम से भी जाना जाता है. पश्चिमी नौसेना कमान की तरफ से बताया गया था कि यह इतिहास में सबसे ज्यादा सेवा देने वाला पोत है.