
पुरुषों की अपेक्षा महिलाएं अनिद्रा शिकार ज्यादा होती हैं. इसके पीछे विशेषज्ञ अनुवांशिक कारण गिना रहे हैं. एक नए अध्ययन ने यह साबित किया है कि महिलाओं में अनिद्रा की अनुवांशिकता की संभावना 59 फीसदी, जबकि पुरुषों में 38 फीसदी होती है.
अमेरिका के रिचमंड स्थित वर्जीनिया कॉमनवेल्थ यूनिवर्सिटी में डॉक्टरेट कर रहीं व अध्ययन की लेखक मैकेंजी लिंड ने बताया, "यह अध्ययन दर्शाता है कि पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं में अनिद्रा के लक्षणों के विकास में जींस महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है, जो वयस्क के नमूने में लैंगिक असमानता के लिए पहला औपचारिक सबूत प्रदान कर रहा है."
पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं में अनिद्रा की बीमारी बेहद आम है, जिसमें मरीज को नींद नहीं आती.
शोध दल ने वर्जीनिया एडल्ट स्टडीज ऑफ साइकियाट्रिक एंड सब्सटांस यूज डिस्ऑर्डर से प्राप्त आंकड़ों का विश्लेषण किया, जो लगभग 7,500 प्रतिभागियों के आंकड़े प्रस्तुत करता है. यह अध्ययन पत्रिका 'स्लीप' में प्रकाशित हुआ है.
इनपुट: IANS