
अमरनाथ यात्रा पर आतंकवादी हमले की साजिश का बड़ा खुलासा हुआ है. खुफिया सूत्रों के हवाले से खबर है कि हमले को अंजाम देने के लिए इसी महीने करीब 20 आतंकवादी पीओके में घुस चुके हैं. जिसके बाद तमाम सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है.
दरअसल खुफिया एजेंसी ने खासतौर पर अमरनाथ यात्रा पर आतंकी हमले का अलर्ट जारी किया है. खुफिया सूत्रों के मुताबिक दो ग्रुप में आतंकी PoK में दाखिल हुए हैं. पहले ग्रुप में 11 से 13 और दूसरे ग्रुप में 6 से 7 लश्कर के आतंकियों के घुसने की खबर है.
सूत्रों के मुताबिक अमरनाथ यात्रा रूट के 'कंगन' जगह पर लश्कर के आतंकी हमले को अंजाम दे सकते हैं. ये जगह बालटाल रूट पर पड़ती है. खुफिया जानकारी के मुताबिक 'लॉन्च पैड' से लश्कर आतंकियों को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI ने घुसपैठ कराई है. यात्रा की सुरक्षा करने वाली सभी एजेंसियों को अलर्ट पर रखा गया है.
वहीं अमरनाथ यात्रा और घाटी के हालात को लेकर सोमवार को गृह मंत्रालय में बैठक हुई. गृहमंत्री राजनाथ सिंह के साथ इस बैठक में गृह सचिव, आईबी चीफ समेत अन्य आला अधिकारी मौजूद थे. तीर्थयात्रियों का पहला जत्था 27 जून को भगवती नगर आधार शिविर से रवाना होगा.
इसी हफ्ते शुरू होने वाली वार्षिक अमरनाथ यात्रा से जुड़ी गाड़ियों में इस बार पुख्ता सुरक्षा के लिहाज से ट्रैकिंग चिप लगाई जाएगी. हिमालय पर 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा के लिए 60 दिवसीय यात्रा 28 जून से शुरू हो रही है. पुलिस महानिरीक्षक ने कहा कि इस साल यात्रा के लिए सभी जरूरी इंतजाम किए गए हैं और श्रद्धालु बिना किसी डर के यात्रा करें.
इससे पहले जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल एन एन वोहरा ने 28 जून से शुरू होने वाली वार्षिक अमरनाथ यात्रा के विभिन्न शिविरों का दौरा किया और यात्रा की सुरक्षा एवं अन्य व्यवस्थाओं की समीक्षा की. वोहरा अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अध्यक्ष भी हैं. राज्यपाल ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल, सेना और पुलिस के प्रतिनिधियों तथा सभी संबंधित मंडल और जिला स्तर के अधिकारियों के साथ बैठक की.