
पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर को लेकर पैंतरा बदला है. अब वो ऐसे आतंकवादियों को घाटी में भेजने की कोशिश कर रहा है जो या तो अफगान मूल के हैं या पश्तो बोलने वाले हैं. कश्मीर की स्थिति पर इंटेलीजेंस का आकलन है कि यहां गैर कश्मीरी और गैर उर्दूभाषी आतंकियों की संख्या बढ़ रही है.
खैबर पख्तूनवा प्रांत में बैठक
ताजा इंटेलीजेंस इनपुट्स से संकेत मिलता है कि पाकिस्तान अब ऐसे आतंकियों को जम्मू-कश्मीर भेज रहा है जो या तो अफगानी मूल के हैं या पश्तो बोलते हैं. सूत्रों के मुताबिक, अभी हाल में पाकिस्तान खैबर पख्तूनवा प्रांत में एक बैठक हुई. इस बैठक में पाकिस्तानी सेना और आईएसआई अधिकारियों ने आतंकी संगठनों के कमांडरों को घाटी में 'जिहाद/फिदाइन' हमलों के लिए आतंकियों को तैयार रखने के लिए कहा.
घाटी में अफगानी मूल के आंतकी
ऐसे संकेत मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियां घाटी में कड़ी चौकसी बरत रही हैं. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सुरक्षा एजेंसियों को पश्तो बोलने वाले और अफगानी मूल के आंतकियों की जम्मू-कश्मीर में मौजूदगी को लेकर इनपुट्स उपलब्ध कराने के लिए कहा है. एजेंसियों का मानना है कि घाटी में मोबाइल सेवाओं से प्रतिबंध हटने के बाद आईएसआई की ओर से स्थिति को भुनाने के लिए पूरी कोशिश की जाएगी.
घाटी में शांति और स्थिति सामान्य होते जाने को पाकिस्तान बर्दाश्त नहीं कर पा रहा. इसीलिए वो अफगानी मूल के आतंकी घाटी में भेजने की कोशिश कर रहा है जिससे गड़बड़ी फैलाई जा सके.
शोपियां जिले के ट्रेन्ज गांव में हाल में फल व्यापारियों पर हमले के पीछे पाकिस्तानी खुराफात को ही जिम्मेदार माना जा रहा है. इस हमले में एक व्यापारी की मौत हो गई और एक घायल हो गया. इससे पहले अनंतनाग में सुरक्षाबलों के ऑपरेशन में लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकियों को मार गिराया गया.