
केंद्र सरकार और उपराज्यपाल से तनातनी का बदला दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने योग दिवस समारोह से निकाला. राजपथ पर हुए समारोह में नई दिल्ली के विधायक केजरीवाल गायब रहे. सिर्फ केजरीवाल ही नहीं बल्कि उनके मंत्रिमंडल से कोई भी नहीं आया.
बता दें कि चौथे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री तीनों ही दिल्ली से बाहर रहे. लिहाजा समारोह थोड़ा फीका जरूर रहा.
इस बाबत पूछे जाने पर नई दिल्ली की सांसद मीनाक्षी लेखी ने कहा योग तो जोड़ने की कला है. लेकिन केजरीवाल इसमें भी राजनीतिक घटाव और गुणा-भाग देख रहे हैं. उनका नहीं आना बताता है कि जिस योग का लोहा पूरी दुनिया मान रही है अरविंद केजरीवाल उससे अलग सोचते हैं.
नौ दिन का धरना खत्म करने के बाद केजरीवाल ने ऐलान किया था कि वो बेंगलुरु जाकर प्राकृतिक चिकित्सा का लाभ लेंगे. लेकिन प्राकृतिक चिकित्सा के अंग योग के विश्व दिवस समारोह में सीएम नहीं आए.
बता दें कि डेढ़ घंटा से ज़्यादा समय तक राजपथ पर चले समारोह में उपराज्यपाल अनिल बैजल ने पूरे समय शिरकत की. माहिर योग साधक की तरह सारे आसन प्राणायाम करते हुए समारोह की अगुवाई भी की.
प्रधानमंत्री के देहरादून से भाषण का सीधा प्रसारण हुआ और करीब 10 हजार लोगों ने राजपथ पर अपनी योग साधना का प्रदर्शन किया. कम ऑन इंडिया बैंड के कलाकारों ने जनता के बीच योग पर गाने गाए तो कुछ साधकों ने मलखंब का प्रदर्शन किया.