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जाकिर के खिलाफ इंटरपोल जारी नहीं करेगा रेड कॉर्नर नोटिस, NIA ने बताई ये वजह

इंटरपोल ने जाकिर के वकील को खत के जरिए सूचना दी है कि सबूत के अभाव में जाकिर के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने के आग्रह को रद्द कर दिया गया है.

जाकिर नाईक जाकिर नाईक
सुरभि गुप्ता/मुनीष पांडे
  • नई दिल्ली,
  • 16 दिसंबर 2017,
  • अपडेटेड 10:57 PM IST

भारतीय एजेंसियों को बड़ा झटका देते हुए इंटरपोल ने विवादित इस्लामिक प्रचारक डॉक्टर जाकिर नाईक के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने से इनकार कर दिया है. इंटरपोल के इस फैसले पर जाकिर नाईक ने खुशी जताते हुए कहा है, 'मुझे ज्यादा खुशी होती अगर भारतीय एजेंसियां भी मुझे आरोपों से मुक्त कर देतीं. वो दिन जल्द ही आएगा.'

जाकिर के खिलाफ NIA की चार्जशीट

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वहीं सीबीआई ने इस मामले में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है. सीबीआई ने कहा कि इस मामले में भारतीय जांच एजेंसी ही कुछ कह सकती है. इंटरपोल ने जाकिर के वकील को खत के जरिए सूचना दी है कि सबूत के अभाव में जाकिर के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने के आग्रह को रद्द कर दिया गया है.

NIA ने बताई नोटिस ना जारी होने की वजह

NIA के प्रवक्ता आलोक मित्तल ने बयान दिया है कि इंटरपोल ने जाकिर के नाईक के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस इसलिए नहीं जारी किया क्योंकि जब अपील की गई थी, तब जाकिर पर चार्जशीट फाइल नहीं हुई थी. अब एनआईए नए सिरे से नोटिस जारी करने की अपील करेगा क्योंकि एजेंसी की मुंबई कोर्ट में जाकिर के खिलाफ चार्जशीट दायर है.

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भारतीय एजेंसियों ने जाकिर के प्रत्यर्पण हेतु इंटरपोल से रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की दर्ख़्वास्त की थी, ताकि उसे भारत लाया जा सके. बता दें कि भारतीय जांच एजेंसी (NIA) ने एक आतंकी घटना में जाकिर के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है.

बांग्लादेश में आतंकी हमले से जुड़े तार

डॉक्टर नाईक के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (UAPA) और भारतीय दंड विधान की धारा 20 (b), 153 (a), 295 (a), 298 and 505 (2) के तहत आरोप तय किए गए हैं. रिपोर्टों के मुताबिक जाकिर मलेशिया में शरण लिए हुए है. बांग्लादेश में आतंकी हमले को अंजाम देने वाले आतंकियों ने जब जाकिर से प्रभावित होने की बात कबूली, तो वो 1 जुलाई, 2016 को भारत से भाग गया. इसके बाद नवंबर, 2016 में जाकिर के खिलाफ केस दर्ज किया गया और दिसंबर, 2016 में जाकिर के एनजीओ को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बैन कर दिया.

कई देशों में बैन है नाईक का पीस टीवी

NIA ने जाकिर पर देश में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का आरोप लगाया है. आतंकी संगठन ISIS में शामिल होने के लिए देश छोड़ने वाले भारतीय युवकों ने भी भारतीय एजेंसियों को बताया था कि वे जाकिर के भाषण से प्रभावित थे. जाकिर नाईक के पीस टीवी को कई देशों में बैन किया गया है.

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