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Roadies से निकाले गए रघु और राजीव, क्या है सच...

इ‍न दिनों हर ओर यही खबर है कि मशहूर रियलिटी शो 'रोडीज' से रघु और राजीव की विदाई के पीछे असल वजह उनका बुरा बर्ताव है. लेकिन क्या वाकई यह सब सच है या फिर महज एक अफवाह. सच्चाई की पड़ताल के लिए आजतक वेबसाइट की टीम पहुंची सीधे रघु और राजीव के पास. खास बातचीत में उन्होंने आरजे आलोक को बताया कि कैसे और क्यों ये खबरें झूठी हैं और शो से अलग होने का निर्णय उनका खुद का है.

रघु और राजीव रघु और राजीव
aajtak.in
  • मुंबई,
  • 25 नवंबर 2014,
  • अपडेटेड 11:02 PM IST

इ‍न दिनों हर ओर यही खबर है कि मशहूर रियलिटी शो 'रोडीज' से रघु और राजीव की विदाई के पीछे असल वजह उनका बुरा बर्ताव है. यही नहीं, खबरों की मानें तो दोनों को शो से निकाल बाहर किया गया है, क्योंकि वह शो के दौरा खूब गाली-गलौच करते हैं और टीम के साथियों के साथ भी उनका बर्ताव कुछ ऐसा ही रहता है. लेकिन क्या वाकई यह सब सच है या फिर महज एक अफवाह. सच्चाई की पड़ताल के लिए आजतक वेबसाइट की टीम पहुंची सीधे रघु और राजीव के पास. खास बातचीत में उन्होंने आरजे आलोक को बताया कि कैसे और क्यों ये खबरें झूठी हैं और शो से अलग होने का निर्णय उनका खुद का है.

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क्या है मुद्दा? क्या सच में आप दोनों को 'रोडीज' से निकाला गया है?
रघु: यार, एक अफवाह उड़ी है. पता नहीं किसने बोला कि मुझे और राजीव को 'रोडीज' से निकाल दिया गया है. कारण बताया गया है कि मेरा गुस्से वाला स्वभाव है. मैं गालियां देता हूं. मेरी टीम मुझसे परेशान है. वो मेरे साथ काम नहीं करना चाहती वगैरह-वगैरह. ये बातें मुझे बहुत परेशान करती हैं और मेरी टीम को काफी दुख है. चैनल वालों को भी नहीं पता ये किसने कहा. उनकी तरफ से भी कोई बात नहीं हुई है, लेकिन मैं और राजीव ये बताना चाहते हैं कि जिसने भी ये अफवाह उड़ाई है, ये सब गलत है.

क्या आप दोनों को 'रोडीज' में अब मन नहीं लगता?
रघु: देखिए दो-तीन चीजे हैं. सबसे पहले तो राजीव कोलोसियम कंपनी का हेड है, जो 'रोडीज' और 'स्प्लिट्सविला' के साथ-साथ 'मास्टर शेफ' और 'मास्टर शेफ जूनियर' भी प्रोड्यूस करते हैं. राजीव के पास टाइम नहीं था तो सीजन 9 में ही उसने छोड़ दिया था और 10 में एक बार वह सिर्फ मेरे कहने पर आए थे. 'रोडीज 11' में वो भी नहीं किया. मेरा 'रोडीज 10' के बाद सफर खत्म हो गया था. मैंने दर्शकों को बाय भी बोल दिया था. साथ ही एक किताब भी लिखी थी 'रेयर व्यू ऑफ माय रोडीज जर्नी'. चैनल के साथ मेरा ऐसा रिश्ता है कि मैंने सीजन 11 किया, लेकिन मार्च में ही जब रोडीज 11 खत्म हुआ तो मैंने कह दिया था की अब मैं नहीं कर पाउंगा. एक मोनोटोनी सी आने लगी थी. एक ही तरह का काम करना अच्छा नहीं लग रहा था.

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चैनल भी हमारी इस बात से सहमत हुआ. मुझे काफी खुशी है कि इस बार चैनल 'रोडीज' के 12वें सीजन में नए लोगों के साथ काम करेगा. अब जिस किसी ने भी ये अफवाह फैलाई है, उन सबसे चैनल का कोई वास्ता नहीं है. हमारी टीम से हमारा कोई मुद्दा नहीं है, पूरी टीम हमारा सपोर्ट कर रही है. हम खुश हैं.

अब आप लोग क्या करेंगे?
रघु: हमने अपना खुद का प्रोडक्शन हाउस खोला है, जहां टीवी, ऑन ग्राउंड और काफी ब्रांड्स के साथ बातें चल रही हैं. हमारा जो भी अनुभव है वो भारतीय युवाओं के लिए है. हम वेबसाइट्स के लिए काम करेंगे.

फिल्मों में काम करने का इरादा है?
रघु: 'तीस मार खान' के बाद हमें निकाल दिया गया था (हंसते हुए). नहीं, नहीं. हमारी दो फिल्में आ रही हैं. एक बॉबी बेदी प्रोडक्शन और एक नागेश कुकुनूर के साथ. और भी कई जगह बात चल रही है.

क्या आप अफवाह फैलाने वाले के खि‍लाफ मानहानि का दावा करेंगे?
रघु: यार सामने आकर बोलो ना. पीठ पीछे बोलने की क्या जरूरत है. हो सकता है हमसे कोई गलती हो गई हो. लेकिन हमारा ऐसा कोई इरादा नहीं है.

राजीव: फिल्म 'दामिनी' में सनी देओल का एक डायलॉग है, 'बंद पिंजरे में कैद शेर पर तो बच्चे भी मूंगफली फेंक देते हैं. खुले मैदान में शेर का सामना करोगे न तो मर्द होने की गलतफहमी दूर हो जाएगी'.

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