
आईएनएक्स मीडिया केस में पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम की अंतरिम जमानत अर्जी का प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) विरोध करेगी. ईडी के सूत्रों के मुताबिक, स्वास्थ्य के आधार पर पी चिदंबरम को अंतरिम जमानत नहीं मिलनी चाहिए.
जेल मैन्युअल के हिसाब से चिदंबरम के स्वास्थ्य का पूरा ख्याल रखा जा रहा है. चिदंबरम को एम्स भी चेकअप के लिए ले जाया गया था, लिहाजा अंतरिम जमानत की याचिका को खारिज किया जाना चाहिए. इस मामले में आज दिल्ली हाई कोर्ट में सुनवाई होगी.
चिदंबरम के स्वास्थ्य की जांच के लिए मेडिकल बोर्ड 7 बजे शाम को बैठ सकता है लेकिन अगर ऐसा नहीं होता है तो शुक्रवार सुबह दस बजे चिदंबरम के लिए मेडिकल बोर्ड बैठेगा. उसके बाद फैसला लिया जाएगा कि चिदंबरम को अंतरिम बेल मिलनी चाहिए या नहीं.
कोर्ट ने कहा हर अस्पताल हो बेहतर
चिदंबरम के वकील कपिल सिब्बल ने कोर्ट में कहा कि मेरे अपने परिवार के एक सदस्य को एम्स में इलाज के दौरान इन्फेक्शन हुई और मौत हो गई. ऐसे कई मरीज हैं. इसके जवाब में हाई कोर्ट ने कहा कि कोर्ट किसी भी तरह की राजनीतिक टिप्पणी नहीं करना चाहता है लेकिन आप राजनीति का हिस्सा रहे हैं. आपको बेहतर अस्पताल बनाने चाहिए थे. हर अस्पताल अच्छा होना चाहिए.
कोर्ट की इस टिप्पणी पर कपिल सिब्बल ने कहा कि हां मैं इससे सहमत हूं. एक साधारण आदमी को भी स्वच्छ अस्पताल का हक है. हाई कोर्ट ने कहा कि दूसरे अस्पतालों की भी हालत देखें. इस पर सॉलिसिटर जनरल ने कहा कि दुनिया भर के डॉक्टरों से एम्स के डॉक्टर बेहतर हैं. कपिल सिब्बल ने कहा कि मुझे डॉक्टरों से समस्या नहीं है. वे बेस्ट डॉक्टर हैं. लेकिन वहां का माहौल सही नहीं है.
मेडिकल बोर्ड का रोल अहम
अब मेडिकल बोर्ड पी चिदंबरम की हेल्थ पर अपनी राय देगा. इस मेडिकल बोर्ड के सदस्य डॉक्टर नागेश्वर रेड्डी भी होंगे. वे हैदराबाद से दिल्ली के लिए उड़ाने भरेंगे. अब मेडिकल बोर्ड ही निर्धारित करेगा कि चिदंबरम को स्वच्छ माहौल और हॉस्पिटलाइजेशन की जरूरत है या नहीं.