
Apple ने भारत में iPhone SE और iPhone 6s के साथ अब iPhone 7 मॉडल की मैन्युफैक्चरिंग भी शुरू कर दी गई है. इस तरह अपने कंपनी ने अपने 'मेड इन इंडिया' पोर्टफोलियो को विस्तार दिया है और देश को मैन्युफैक्चरिंग हब के तौर पर डेवलप करने का भी संकेत दिया है.
Apple ने ET को दिए अपने बयान में कहा कि, 'हम बेंगलुरू में लोकल कस्टमर्स के लिए iPhone 7 का प्रोडक्शन कर गर्व महसूस कर रहे हैं. हम भारत में लंबे समय तक बने रहने के अपने वादे पर बरकरार रहना चाहते हैं.' ताइवान की कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर विस्ट्रॉन बेंगलुरू के बाहरी इलाके में अपने प्लांट में iPhone SE और iPhone 6s तैयार करती है और मार्च की शुरुआत से ये iPhone 7 भी बना रही है.
मामले से जुड़े लोगों का कहना है कि iPhone 7 की कीमत में कटौती होने की संभावना कम है. उनका कहना है कि कंपनी इन डिवाइसेज से मिलने वाले मार्जिन को सेल्स और मार्केटिंग में यूज करेगी.
लोकल मैन्यूफैक्चरर्स को हैंडसेट बनाने के लिए ड्यूटी में मिलने वाली छूट की वजह से iPhone 7 को बनाने की लागत कम होगी. ये छूट मैन्यूफैक्चरर्स को मेक इन इंडिया प्रोग्राम के तहत दी जाती है.
विस्ट्रॉन को भारत में अपनी मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने के लिए 5,000 करोड़ रुपये के इन्वेस्टमेंट प्रपोजल को सरकार से स्वीकृति मिली थी. विस्ट्रॉन भारत में ऐपल के हाई-एंड डिवाइसेज बनाने के लिए निवेश करना चाहती है. ऐपल ने ये कदम विस्ट्रॉन को सरकार से स्वीकृति मिलने के बाद ही उठाया है.
IDC इंडिया के रिसर्च डायरेक्टर नवकेंदर सिंह ने कहा कि, ऐपल के लिए भारत में मैन्युफैक्चर करने के लिए iPhone 7 एक कम रिस्क वाला प्रोडक्ट है. उन्होंने आगे कहा कि कॉस्ट कम हो जाने से ऐपल को डिवास पुरानी कीमत में सेल करने से ज्यादा मार्जिन मिलेगा.