
चेन्नई सुपर किंग्स ने आईपीएल फाइनल में पहले बल्लेबाजी के लिए उतरे मुंबई इंडियंस को 8 विकेट पर 149 रन ही बनाने दिए. बर्थडे ब्वॉय कीरोन पोलार्ड (25 गेंदों पर नाबाद 41, 4X3, 6X3) ने मुंबई की तरफ से सर्वाधिक रन बनाए. जबकि क्विंटन डिकॉक ने चार छक्कों की मदद से 29 रन बनाए, लेकिन उनकी टीम ने नियमित अंतराल पर विकेट गंवाए.
फाइनल मुकाबले के दौरान मुंबई इंडियंस की पारी के आखिरी ओवर में पोलार्ड का ड्रामा सुर्खियों में रहा. यह अजीबोगरीब वाकया पोलार्ड के ही कैरेबियाई साथी ड्वेन ब्रावो के ओवर में देखने को मिला. रविवार को 32वां जन्मदिन मना रहे पोलार्ड का अंपायर के फैसले के खिलाफ विरोध जताने का अनोखा तरीका था.
दरअसल, उस आखिरी ओवर की शुरुआती दो गेंदों पर रन नहीं बना पाने से पोलार्ड खासे मुश्किल में थे. तीसरी गेंद पर भी रन नहीं बना. यॉर्कर, जो ऑफ स्टंप के बाहर पड़ी उसे पोलार्ड नहीं खेल पाए. अंपायर नितिन मेनन ने उस गेंद को वाइड करार नहीं दिया. और इसी गुस्से में पोवार्ड ने अपना बल्ला हवा में उछाल दिया.
पोलार्ड का ड्रामा यहीं खत्म नहीं हुआ, उन्होंने अगली गेंद का सामना करने के लिए 'ट्रामलाइन' के करीब स्ट्राइक लिया. और जैसे ही ब्रावो चौथी गेंद फेंकने के लिए आगे बढ़े वह पूरी तरह क्रीज छोड़ कर बाहर 'टहलने के लिए' निकल पड़े. गेंद फेंकने के लिए आगे बढ़ चुके ब्रावो को रुक जाना पड़ा. सभी हैरान रह गए, आखिर हो क्या रहा है. आखिरकार अंपायर मेनन और इयान गोल्ड पोलार्ड से बात करने पहुंचे. अंपायरों ने पोलार्ड का गुस्सा शांत कराने की कोशिश की और फिर खेल दोबारा शुरू हुआ.