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उत्तर प्रदेश को इस साल इंडियन प्रीमियर लीग के किसी भी मैच की मेजबानी का मौका नहीं मिलेगा चूंकि आईपीएल द्वारा जारी कलेंडर में राज्य के किसी स्टेडियम का नाम नहीं है. किसी भी फ्रेंचाइजी ने कानपुर के ग्रीन पार्क और लखनऊ के नव निर्मित इकाना स्टेडियम में मैच कराने में कोई रूचि नहीं दिखाई है.
ग्रीन पार्क में पिछले दो साल गुजरात लॉयंस की टीम ने अपने दो-दो मैच खेले. लेकिन उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ के पदाधिकारियों के मुताबिक आईपीएल चेयरमैन राजीव शुक्ला ने अपने गृहनगर में मैच के आयोजन के लिए व्यक्तिगत रूचि दिखाई थी और इसी वजह से कानपुर को ये मैच मिले.
लेकिन कानपुर में अच्छे होटलों और हवाई अड्डे जैसी सुविधाओं का अभाव इस बार आईपीएल फ्रेंचाइजी मालिकों की बेरुखी का सबसे बड़ा कारण रहा.
पीटीआई के मुताबिक यूपीसीए के सीईओ ललित खन्ना ने कहा, ‘कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम को तो पहले ही इस बार किसी भी फ्रेंचाइजी आईपीएल टीम ने लेने में रूचि नहीं दिखाई थी.'
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उन्होंने कहा, 'लखनऊ के इकाना स्टेडियम में दिल्ली डेयर डेविल्स की दिलचस्पी थी और उनकी टीम ने इस महीने की शुरुआत में इकाना का दौरा भी किया था. लेकिन, पता नहीं बाद में क्या हुआ कि जब आईपीएल का कैलेंडर जारी हुआ तो उसमें लखनऊ का स्टेडियम भी शामिल नहीं है.'
यूपीसीए के सूत्रों ने बताया कि दिल्ली डेयरडेविल्स के अलावा लौटी राजस्थान रॉयल्स के भी मैच लखनऊ में कराने की कोशिश की गई लेकिन रॉयल्स ने अपने घरेलू मैदान जयपुर को ही चुना.
सूत्र कहते हैं कि अभी भी यूपीसीए इस बात को लेकर आशान्वित है कि अगर समय पर जयपुर का सवाई मानसिंह स्टेडियम तैयार न हो पाया तो शायद राजस्थान रॉयल्स के एक दो मैच अंतिम समय में लखनऊ के इकाना स्टेडियम की झोली में गिर जाएं. वैसे इसकी संभावना लगभग न के बराबर है.