
तेहरान में हुए आतंकी हमले का बदला लेने के लिए ईरान ने रविवार को सीरिया पर मिसाइल हमला कर दिया. ईरान के रेवोल्यूशनरी गॉर्ड ने इसकी पुष्टि की है. आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने ईरान की राजधानी में हुए हमले की जिम्मेदारी ली थी.
इस्लामिक गणराज्य की मीडिया के मुताबिक 1980-88 के ईरान-इराक युद्ध के बाद 30 सालों में अपने इलाके के बाहर ईरान की ओर से किया गया यह पहला मिसाइल हमला है.
बता दें कि ईरान की ओर से यह कार्रवाई सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खुमैनी के उस बयान के बाद हुई है, जिसमें उन्होंने कहा था इराक, सीरिया में मारे गए और 7 जून को आतंकी हमले में मारे गए अपने लोगों के परिजनों के सम्मान में ईरान अपने दुश्मनों को सबक सिखाएगा.
पश्चिमी ईरान की सीमा से ये मिसाइलें उत्तरी सीरिया के डेर जोर प्रांत पर दागी गईं. इनका निशाना इस इलाके में स्थित आतंकी ठिकाने थे.
रेवोल्यूशनरी गार्ड ने अपने बयान में कहा है कि मिसाइल हमला आईएस की ओर से सात जून को तेहरान में किए गए हमले का जवाब है.
बयान के मुताबिक मीडियम रेंज की मिसाइलों को करमनशाह और कुर्देस्तान से छोड़ा गया. इस हमले में बड़ी संख्या में आतंकी मारे गए हैं और बड़े पैमाने पर हथियारों को नष्ट कर दिया गया है.
गार्ड के बयान के अनुसार मिसाइलों का लक्ष्य सीरिया के तेल भंडारों से भरे डेर जोर के इलाके में स्थित आतंकियों एक कमांड बेस था.
ईरान के टेलीविजन चैनलों ने रात में मिसाइलों को फायर किए जाने का फुटेज दिखाया है.
बता दें कि 7 जून को एक बंदूकधारी और आत्मघाती हमलावरों ने ईरान के संसद परिसर और अयातुल्ला खुमैनी के आवास पर हमला कर दिया था. इस हमले में 17 लोग मारे गए थे. इस्लामिक स्टेट ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी.