
बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी प्रमुख लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी एक बार फिर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश नहीं हुईं. यह लगातार पांचवी बार है जब राबड़ी देवी प्रवर्तन निदेशालय के समन देने के बावजूद पूछताछ के लिये एजेन्सी नहीं पहुंचीं.
प्रवर्तन निदेशालय आईआरसीटीसी रेलवे घोटाले मामले में राबड़ी देवी से पूछताछ करना चाहती है. राबड़ी देवी को जांच अधिकारी ने शुक्रवार को पेश होने के लिए समन किया था, लेकिन राबड़ी नहीं पहुंची. वरिष्ठ अधिकारियों की मानें तो ईडी जल्दी ही फ़ैसला लेगी कि राबड़ी को दुबारा समन भेजा जाए या फिर समन का अनुपालन ना करने को लेकर कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया जाए.
राबड़ी ने ईडी के सामने न आने को लेकर पहले ख़राब सेहत बतायी थी और फिर आग्रह किया गया था कि पूछताछ की प्रक्रिया पटना में की जाए, लेकिन जांच एजेंसी उन्हें दिल्ली बुलाकर ही पूछताछ करने पर अड़ी हुई है. सीबीआई ने भी हाल ही में इस मामले में तेजस्वी यादव और लालू प्रसाद के बयान दर्ज किए थे.
ईडी ने कुछ समय पहले धनशोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव के परिवार के सदस्यों और अन्य के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया था. ईडी ने यूपीए सरकार में मंत्री रहे पीसी गुप्ता की पत्नी सहित कुछ अन्य लोगों से पूछताछ की थी.
क्या है मामला?
यह मामला उस समय का है, जब लालू प्रसाद यादव रेल मंत्री थे. आरोप है कि तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने आईआरसीटीसी के दो होटलों के रखरखाव का काम एक कंपनी को पटना में प्रमुख जगह पर स्थित जमीन रिश्वत के रूप में प्राप्त करके सौंपा था, जो लालू यादव के परिवार के सदस्यों के नाम पर है. यह रिश्वत बेनामी कंपनी के जरिए ली गई थी, जिसकी मालिक सरला गुप्ता हैं. आरोप लगाया गया था कि पटना में एक कीमती जमीन के बदले में, पुरी और रांची में स्थित दो होटल के रखरखाव का अनुबंध सुजाता होटल्स को दिया गया. ज़मीन बाद में राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव के नाम हो गयी थी.